भोपाल। ईडी के छापे के बाद जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड की मालकिन पायल मोदी ने गुरुवार को जहरीला पदार्थ पीकर सुसाइड का प्रयास किया था, घटना के दूसरे दिन वो आईसीयू में ही रही। इस मामले में पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान और उनके जीजा सहित पांच लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है।
पुलिस इसी सुसाइड नोट के संबंध में उनके बयान लेने अस्पताल पहुंची तो चिकित्सकों ने बताया कि अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस का कहना है कि बयान होने के बाद ही सुसाइड नोट की जांच शुरू की जाएगी। दरअसल, ईडी की टीम ने 29 जनवरी को छापा मारा था। यह कंपनी डेयरी प्रोडक्ट्स बनाती है, जो एक्सपोर्ट भी होते हैं। ईडी ने कंपनी के भोपाल, मुरैना, सीहोर सहित अन्य ठिकानों पर भी रेड डाली थी। 30 जनवरी को भी ईडी ने कारोबारी के ठिकानों पर सर्चिग कर 72 करोड़ 50 लाख की संपत्ति का खुलासा किया गया था।
मोदी का आरोप
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के जीजा चंद्रप्रकाश इस कंपनी के डायरेक्टर रह चुके हैं। मतभेद के कारण हटाए गए थे। मोदी ने कहा कि इन लोगों ने पासवान की राजनैतिक ताकत से छापे डलवाए गए है। एक साल में 5 रेड कराई और लाइसेंस भी निरस्त करवाया गया।
पूर्व सीईओ के साथ मिलकर किया 80 करोड़ रुपए का गबन
पायल मोदी ने 4 पेज का जो सुसाइड नोट छोड़ा है उसमें यह भी लिखा है कि हरिपुर स्थित फैक्ट्री में पार्टनर रहे वेद प्रकाश पांडे और चंद्र प्रकाश पांडे ने पूर्व सीईओ सुनील त्रिपाठी के साथ मिलकर करीब 80 करोड़ रुपए का गबन किया था। इस मामले में जून में हबीबगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इससे डेढ़ साल पहले भी एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
मैं और मेरा परिवार दहशत में, पीएम और सीएम से शिकायत
कारोबारी मोदी ने मीडिया से कहा हमने मामले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक शिकायत की है। वहीं क्राइम ब्रांच में भी शिकायत करने गया। मैं और मेरा परिवार दहशत में हैं।
बयान के बाद सुसाइड नोट की जांच
इधर, मोदी की पत्नी पायल मोदी द्वारा किए गए सुसाइड के प्रयास मामले में जांच अधिकारी सुनील गुर्जर का कहना है कि अभी हालत नाजुक होने के कारण बयान नहीं हो पाए हंै। बयान होने के बाद सुसाइड नोट की जांच की जाएगी।