होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

Bhopal News : गुप्त नवरात्र आज से, तृतीया तिथि दो दिन रहने से इस बार 10 दिन होगी माता रानी की आराधना

Bhopal News : गुप्त नवरात्र आज से, तृतीया तिथि दो दिन रहने से इस बार 10 दिन होगी माता रानी की आराधना

भोपाल।आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा 6 जुलाई से गुप्त नवरात्र शुरू हो रहे है, जो 15 जुलाई तक रहेंगे। मां चामुंडा दरबार के पुजारी पं. रामजीवन दुबे ने बताया कि शक्ति की साधना और उपासना का यह पर्व इस बार 9 की बजाए पूरे 10 दिन का होगा।  इस अवधि में 9 देवियों के साथ ही दस महाविद्याओं की विशेष पूजा-आराधना भी की जा सकेगी। तृतीया तिथि दो दिन (8 व 9 जुलाई) को रहेगी। इसलिए इस बार गुप्त नवरात्रि 9 के बजाय 10 दिन की रहेगी।  6 जुलाई को सुबह 4:27 बजे से प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जाएगी। नवरात्रि के दौरान विशेष योग भी रहेंगे। 

वैसे तो वर्ष में चार बार नवरात्रि आती है। चैत्र शुक्ल और आश्विन शुक्ल को प्रकट रूप में नवरात्रि मनाते हैं। वहीं, आषाढ़ शुक्ल व माघ शुक्ल पक्ष में गुप्त रूप से नवरात्रि मनाई जाती हैं। इस दौरान गुप्त स्थल पर बैठकर या गुप्त तरीके से खास तरह की सिद्धि प्राप्ति के लिए माता रानी की साधना की जाती है। 

खरीद-फरोख्त के लिए होगा अबूझ मुहूर्त

पुजारी पं. रामजीवन दुबे ने बताया कि इन दस दिनों में पूजा आराधना के अलावा खरीद-फरोख्त के लिए भी एक दिन पुष्य नक्षत्र, दो दिन सर्वार्थ सिद्धि और एक दिन भड़लिया नवमी पर समापन दिवस पर अबूझ मुहूर्त रहेगा। नवरात्रि के इन दस दिनों मे घरों व देवी मंदिरों में अखंड दीप जला कर मां शक्ति की आराधना की जाएगी। शहर के देवी मंदिरों में तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।

10 महाविद्याओं की सिद्धियां होंगी प्राप्त

आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्र में मां दुर्गा-काली के विभिन्न स्वरूपों की उपासना की जाती है। साल में 4 बार नवरात्रि होती हैं। पहला चैत्र मास में दूसरा आश्विन माह में मनाए जाने वाले शारदीय नवरात्रि होती हैं। दो नवरात्रि गुप्त रूप से मनाई जाती है। यह गुप्त नवरात्र माघ और आषाढ़ माह में मनाई जाती है। मान्यता है कि इस गुप्त नवरात्रि में मां की आराधना करने से दस महाविद्याओं की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।

घट स्थापना के लिए यह रहेगा मुहूर्त

6 जुलाई को प्रात: 7:24 बजे से 9:07 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा। दोपहर 12:05 बजे से 1 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना करना मंगलदायी रहेगा।


 


संबंधित समाचार