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Bhopal News : वल्लभ भवन के पास बनेंगे 6 हजार घर,9 बस्तियों के परिवार होंगे शिफ्ट

Bhopal News : वल्लभ भवन के पास बनेंगे 6 हजार घर,9 बस्तियों के परिवार होंगे शिफ्ट

भोपाल। शहर को स्लम फ्री बनाने के लिए पहली बार बड़े स्तर पर काम शुरु किया जा रहा है। जिसके तहत शहर में 9 क्लस्टर में डेढ़ लाख मकान बनाकर शहर को स्लम फ्री किया जाएगा। इसकी शुरुआत वल्लभ भवन के आसपास की नौ बस्तियों से की जा रही है, जिसके तहत ओम नगर, वल्लभ नगर, भीम नगर, दुर्गा नगर, अशोक सम्राट नगर, कुम्हार पुरा, झदा कॉलोनी और वल्लभ नगर-2 के छह हजार 534 परिवारों को पक्के मकानों में शिफ्ट किया जाएगा। 

जिसके लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत बनाया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वल्लभ भवन के आसपास की सवा सौ एकड़ जमीन खाली हो जाएगी। इसके साथ इन परिवारों को करीब 40 एकड़ में बनी बिल्डिंगों में शिफ्ट कर दिया जाएगा। गुरुवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने नगर निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण सिंह सहित अन्य अफसरों के साथ बैठक रखी। कलेक्टर ने बताया कि स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम के तहत यहां रहने वाले परिवारों को पक्के मकान दिए जाएंगे। नगर निगम ने भोपाल जिले की झुग्गियों का सर्वे कर लिया है। जिसके आधार पर जिलें में 9 क्लस्टरों में बांटकर शहर को स्लम फ्री किया जाएगा।

16 साल से चल रही कवायद

साल 2008 में जेएनएनयूआर प्रोजेक्ट के तहत सबसे ज्यादा 11 हजार 500 आवास बनाए गए। जिसमें अर्जुन नगर, मैनिट के पास बस्ती, कोटरा सुल्तानाबाद नेहरू नगर, 1100 क्वाटर्स के प्रोजेक्ट शामिल हैं। इन पर करीब 448 करोड़ खर्च हुए, पर अब कलियासोत कैचमेंट के भीतर झुग्गियां बन गईं। अब फिर शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 14 हजार फ्लैट बनाने का अभियान चल रहा है। इस पर 546 करोड़ खर्च होंगे।

निगम के साथ मिलकर स्लम फ्री करेंगे शहर

पहली बार शहर को स्लम फ्री करने के लिए पहले क्लस्टर में काम किया जा रहा है। नगर निगम से सर्वे करा लिया गया है। पीपीपी मोड के तहत निर्माण कार्य कराए जाएंगे। नई झुग्गियों की बसाहट रोकने नियमित कार्रवाई जारी रहेगा। निगम के साथ मिलकर शहर को स्लम फ्री बनाने की योजना है।
    कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर, भोपाल

वल्लभ नगर, भीम नगर में बनेगा कमर्शियल कांप्लेक्स

पहले चरण में वल्लभ भवन के आसपास की झुग्गियों का सर्वे किया गया है। यहां पीपीपी मॉडल के तहत पक्के मकान दिए जाएंगे। इसके साथ ही सुराज अभियान और रिडेंसीफिकेशन नीति के तहत आवासीय परियोजनाओं में मॉल, कमर्शियल कॉम्पलेक्स और प्राइम डेवलेपमेंट कार्य भी किए जाएंगे।

इन बस्तियों से होगी शुरुआत

पहले क्लस्टर के काम में सबसे पहले वल्लभ नगर, वल्लभ नगर-2, ओम नगर, भीम नगर, दुर्गा नगर-1, दुर्गा नगर-2, अशोक सम्राट नगर, कुम्हारपुरा और झदा कॉलोनी की झुग्गियों को हटाया जाएगा। यहां पर ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के मकान बनाकर दिए जाएंगे। यहां की जमीन प्राइवेट डेवलपर को दी जाएगी। जो यहां की जमीन पर कमर्शियल कांप्लेक्स बनाकर मकानों की लागत का खर्च निकालेगा।

इस तरह हटाई जाएंगी झुग्गियां

विधानसभा सीमा के हिसाब से बस्तियों की पहचान कर चिन्हित किया जाएगा।
जगह फ्री कर डेवलपर को सौंपी जाएगी।
मुक्त कराई गई जमीन का उपयोग आवासीय/ कमर्शियल विकास, सड़क, शहरी हरित क्षेत्र और जल निकायों के लिए बफर जोन के लिए किया जाएगा।
पीपीपी पार्टनर ईडब्ल्यूएस आवास बनाकर, उसे बीएमसी को सौंप देगा। बीएमसी मकानों का आवंटन करेगी।
नई झुग्गी-झोपड़ियों के निर्माण की संभावना को देखते हुए करीब 10 हजार घरों को बनाया जाएगा।


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