भोपाल। नवरात्रि के नौ दिनों में से छह दिन रीयल एस्टेट कारोबार के लिए बहुत शुभ साबित हुए हैं। दरअसल, गणेशोत्सव और पितृ पक्ष के बाद आइएसबीटी, परी बाजार और बैरसिया स्थित पंजीयन कार्यालय में प्रापर्टी के खरीदारों की भीड़ लगी रही। इन छह दिनों में दो हजार 666 रजिस्ट्री दर्ज की गई और पंजीयन विभाग को 50 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। बता दें कि बुधवार को सर्वर धीमा होने की वजह से 100 रजिस्ट्री री-शेड्यूल हो गई थी, जिन्हें गुरुवार को सबसे पहले दर्ज किया गया है।
महाअष्टमी को हुईं 590 रजिस्ट्रियां
नवरात्रि की शुरुआत तीन अक्टूबर गुरुवार से हुई थी। पहले दिन लोगों ने 200 रजिस्ट्री कराई थी लेकिन दूसरे दिन ही यह आंकड़ा 350 के पार हो गया और महाष्टमी को यह आंकड़ा छह सौ के करीब पहुंच गया। पंजीयन कार्यालयों में गुरुवार को लगभग 590 रजिस्ट्री दर्ज की गई हैं, जिससे करीब नौ करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। दरअसल, पंजीयन विभाग ने बढ़ती रजिस्ट्री की संख्या को देखते हुए स्लाट की संख्या बढ़ाकर 65 कर दी थी। इस तरह 13 सब रजिस्ट्रार के हिसाब से कुल 845 स्लाट हो गए थे। जिससे लोगों ने आसानी से शुभ मुहूर्त में अपनी प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाई है।
नवरात्रि के छह दिन में रजिस्ट्री
दिन - रजिस्ट्री
गुरुवार - 200
शुक्रवार - 361
सोमवार - 465
मंगलवार - 550
बुधवार - 500
गुरुवार - 590
कुल - 2666
अब तीन दिन बाद खुलेंगे कार्यालय
नवरात्र के नौ दिन में से तीन दिन अवकाश रहा। आखिरी दिन महानवमी शुक्रवार को स्थानीय अवकाश होने से पंजीयन कार्यालय बंद रहेंगे। अब प्रापर्टी के खरीदार सोमवार को ही रजिस्ट्री करवा सकेंगे। नवरात्र में हुई रजिस्टि्रयांे में 60 प्रतिशत घरों की शामिल हैं। लोगों ने नवरात्रि में अपने आशियाना का सपना पूरा किया है। दरअसल, लोगों ने सौदे तो पहले कर लिए थे, लेकिन रजिस्ट्री उन्होंने नवरात्रि में करवाई हैं।