भोपाल। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में नगर निगम भोपाल द्वारा शहर से निकलने वाले घरेलू खतरनाक कचरे घरेलू हर्जाडस वेस्ट पीथमपुर भेजा जा रहा है। जहां इस कचरे से सीमेंट फैक्टिंयों के लिए वैकल्पिक ईंधन तैयार किया जाता है। इसी प्रक्रिया के तहत निगम अमले ने निगम के 04 कचरा ट्रांसफर स्टेशनों से पृथक्कीकृत रूप से संग्रहित घरेलू हर्जाडस वेस्ट कचरे को पीथमपुर में निगम की अनुबंधित कंपनी हजार्गों इंडस्ट्रीज भेजा गया, जहां प्री प्रोसेसिंग प्लांट में विशेष प्रक्रिया के तहत वैकल्पिक ईधन तैयार किया जाएगा, जो कोयले के स्थान पर सीमेंट फैक्टि्रयों में उपयोग किया जायेगा।
इससे पहले नगर निगम द्वारा 24 अक्टूबर 2024 को भी घरेलू खतरनाक कचरा पीथमपुर भेजा जा चुका है। वर्तमान में नगर निगम भोपाल ने सबसे पहले पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित रखने यह कदम उठाया है।नगर निगम भोपाल द्वारा पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत स्वच्छ भारत अभियान के तहत महत्वपूर्ण कदम के रूप में घरेलू खतरनाक अपशिष्ट से वैकल्पिक ईंधन बनाने हेतु पीथमपुर की हजार्गो इंडस्ट्रीज के साथ अनुबंध किया गया है और इसी अनुबंध के तहत वैकल्पिक ईंधन तैयार करने हेतु इस घरेलू हर्जाडस वेस्ट को पीथमपुर भेजा जा रहा है।घरेलू हर्जाडस वेस्ट से वैकल्पिक ईधन तैयार करने से पर्यावरण भी संरक्षित रहता है और प्राकृतिक खनिज संपदा की भी बचत होती है।
4 कचरा ट्रांसफर स्टेशनों से निकले इन अपशिष्ट को पीथमपुर भेजा
शहर से निकलने वाले घरेलू खतरनाक अपशिष्ट जिसमें पेंट एवं उससे संबंधित उत्पाद, इस्तेमाल किये गये पेंट के डिब्बे, वार्निश, थिनर, रसायन, फिनाइल, डिटर्जेंट, ब्लीचिंग पावडर, कीटनाशक रसायन, उर्वरक, तेल, ग्रीस, खरपतवार नाशक, कांच के टूटे हुए आइटम, टूटी हुई ट्यूब लाइट, सीएफएल बल्व, शीशे के बर्तन, ज्वलनशील व विस्फोटक पदार्थ, एरोसोल, केन, माचिस, लाइटर, सौंदर्य प्रसाधन, नेल पालिश व नेल पालिश रिमूवर आदि सम्मिलित हैं। इन घरेलू खतरनाक अपशिष्टों को जलाना एवं दफनाना दोनों ही पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। इसी के दृष्टिगत निगम द्वारा घरेलू खतरनाक अपशिष्ट को पीथमपुर भेजा जा रहा है।