होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

पोला के पहले मिट्टी के बैल से सजा राजधानी का बाजार, जानें इस त्यौहार में क्या है खास 

पोला के पहले मिट्टी के बैल से सजा राजधानी का बाजार, जानें इस त्यौहार में क्या है खास 

रायपुर। छत्तीसगढ़ का पारम्परिक त्यौहार पोला इस बार 2 सितम्बर 2024 को मनाया जाएगा। त्यौहार के नजदीक आते ही रायपुर के बाजारों में  मिट्टी के बर्तन, और जांता , बैल सज चुके हैं। वहीँ इस पर्व में ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।  इस त्यौहार में बैलों का श्रृंगार किया जाता है। गांवल में लोग बैलों की पूजा करते हैं और बैल दौड़ की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है।  

शहरी क्षेत्रों में धीरे-धीरे इसकी रौनक कम होती नजर आ रही है. रायपुर के कुम्हार व फुटकर व्यापारियों का कहना है कि बीते 2-3 साल से खरीदारी कम हो रही है.
कालीबाड़ी स्थिति एक मिटटी के बर्तन बनाने वाले दुकान के संचालक ने बतया कि पिछले विगत 50 साल से कुम्हारों से मिट्टी के बैल, बर्तन लाकर बेचती हैं. उनका कहना है कि कुम्हार परिवारों से बैल की खरीदी की जाती है. ये बैल विशेष रूप से पोला के लिए तैयार कराए जाते हैं. दुकान में डिजाइनर मिट्टी के बर्तन, मिट्टी व लकड़ी के बैल उपलब्ध हैं. बर्तन के एक सेट की कीमत 150 रुपए तय है, वहीं लकड़ी के बैल 100 रुपए से 150 रुपए तक बेच रहे हैं. मिट्टी के बैल की कीमत 120 रुपए जोड़ी से 600 रुपए जोड़ी तय की गई है.


संबंधित समाचार