रिपोर्टर - जीवानंद हलधर
जगदलपुर। बस्तर के विकास को लेकर आज बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक खत्म हो गई है। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि बस्तर के विकास को लेकर हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी सदसयो की राय ली गई और कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों से राय लेकर चर्चा की गई।
एनएमडीसी अफसरों को दी हिदायद
बस्तर में जल्द शांति स्थापित हो और रुके हुए विकास कार्यों को तेज किया जाए साथ ही मुख्यमंत्री ने एनएमडीसी अफसरों को हिदायद भी दिया है। जनप्रतिनिधियों के अनुसार अभी भी लाल पानी की समस्या बरकरार हैं। ऐसे में इस समस्या को जल्द दूर करने और पर्यटन को बढ़ाने के लिए भी योजना बनाई गई।
70 से 75 करोड़ बजट निर्धारित
प्राधिकरण के निर्धारित बजट 70 से 75 करोड़ के बजट में सभी को काम पूरा करना ही मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि बस्तर के सुदूर इलाक़ो में पानी, बिजली, सड़क जैसी मुद्दों पर फ़ोकस किया गया और आने वाले समय मे सभी काम समय पर पूर्ण किया जाए। अब बस्तर विकास की रफ़्तार में आगे बढ़ेगा और जो मामले आएगे उसे सरकार और अधिकारी दूर करेंगे।
लखमा ने लगाया आरोप
कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने तंज कसते हुए कहा कि इस बैठक में बस्तरवासी निराश है। बस्तर को कुछ नही मिला बल्कि सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की मंजूरी को निरस्त कर दिया गया। उन्होंने आगे ये भी कहा कि इसके लिए कांग्रेस घोर विरोध करेगा।