उज्जैन : देशभर में होली के त्योहार को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। 13 मार्च को होलिका दहन के बाद 14 मार्च को धूम धाम से जगहे जगहे पर होली मनाई जाएगी। जिसको लेकर प्रशासन ने शहर भर में जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है। तो वही दूसरी तरफ महाकाल मंदिर में रंग गुलाल ले जाने पर मंदिर समिति ने रोक लाग दी है। इतना ही नहीं होलिका दहन के दौरान मंदिर परिसर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भी प्रतिबंध रहेगा। मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते यह निर्णय लिया।
संध्या आरती के बाद होली जलाई जाएगी
बता दें कि उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में संध्या आरती के बाद होली जलाई जाएगी। इससे पहले मंदिर के पुजारी परंपरागत रूप से होली का पूजन करेंगे। इसके बाद14 मार्च को तड़के 4 बजे मंदिर समिति और पुजारी भस्म आरती में शुद्ध हर्बल रंग और गुलाल से भगवान महाकाल के साथ होली खेलेंगे। इतना ही नहीं मंदिर में सिमित मात्रा में ही गुलाल से होली पर्व मनाया जायेगा। महाकाल मंदिर में होली उत्सव की तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।
गुलाल से आग लगने के चलते एक युवक की हुई थी मौत
बताते चले की गत वर्ष होली पर्व के दौरान भस्म आरती में गुलाल से आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें एक सेवक की मौत हो गई थी और कई पुजारी झुलस गए थे। इस घटना के बाद गुलाल में केमिकल मिले होने की आशंका जताई गई थी। घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर मंदिर में विशेष तैयारी
होली पर्व के मौके पर मंदिर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कलेक्टर के निर्देश पर मंदिर समिति ने सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर विशेष तैयारी की है। इस बार मंदिर के बाहर से कोई भी श्रद्धालु रंग-गुलाल अंदर नहीं ले जा सकेगा। मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों पर सख्त चेकिंग की जाएगी।