रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का आज 12वां दिन है, जिसकी कार्रवाई शुरू हो गई है, जहां प्रश्नकाल में फिर भारतमाला प्रोजेक्ट का मुद्दा गूंजा. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुद्दा उठाते हुए, 32 प्लॉटों को 247 टुकड़ों में बांटे जाने को लेकर प्रश्न पूछा. राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि कलेक्टर रायपुर के जांच प्रतिवेदन में जानकारी आई. नायकबांधा में 13 खसरों को 53 प्लॉटों में बांटा गया है. फर्जी नामांतरण से शासन को क्षति होना पाया गया है , मामले में नायब तहसीलदार, 3 पटवारी निलंबित किए गए. तत्कालीन तहसीलदार अभनपुर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही. नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत ने CBI से कराई जाए भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी की जांच की मांग की.
विभागीय मंत्री टंकराम वर्मा में सदन स्वीकार की गड़बड़ी:
विभागीय मंत्री टंकराम वर्मा ने सदन में भारतमाला परियोजना में गड़बड़ी स्वीकार की
उन्होंने कहा- भारतमाला परियोजना में गड़बड़ी हुई है, अधिसूचना के बाद रकबे का टुकड़ा किया गया. अधिकृत भूमि का दोबारा भू अर्जन किया गया, ट्रस्ट के बदले ट्रस्ट के व्यक्ति को मुआवजा मिल गया. डिप्टी कलेक्टर, SDM, तहसीलदार, पटवारी पर कार्रवाई की गई है.
अधिकारियों पर FIR दर्ज कर जेल भेज दिया जाए:
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा जिम्मेदार अधिकारियों पर FIR दर्ज कर जेल भेज दिया जाए. निलंबन ऐसी प्रक्रिया है जिससे दोषी जल्द बच जाते हैं, मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है मामले की सीबीआई जांच की मांग स्वीकार कर लें. मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कमिश्नर से मामले की जांच कराई जाएगी.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा बयान:
इस मामले में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा बयान भी सामने आया है, उन्होंने कहा है कि जांच में कहीं हीलाहवाला नहीं किया जाएगा. कांग्रेस सरकार ने तो छत्तीसगढ़ में CBI को बैन किया था.नेता प्रतिपक्ष ने विधायकों की समिति बनाकर जांच की मांग की, मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कमिश्नर से मामले की जांच कराई जाएगी.