दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान हुआ और अब 8 फरवरी को मतगणना होनी है। इन दोनों तारीखों के बीच दिल्ली का सियासी माहौल गर्म हो गया है। अरविंद केजरीवाल और अन्य आप नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके 15 से अधिक उम्मीदवारों को खरीदने के लिए फोन कॉल्स किए गए। हालांकि, भाजपा ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकारते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर केजरीवाल और उनके नेताओं के खिलाफ जांच की मांग की और इस मामले का सबूत पेश करने की अपील की।
पूछताछ में सहयोग नहीं भेजी नोटिस:
इसके बाद, उपराज्यपाल ने एसीबी की टीम गठित कर अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घरों पर पूछताछ के लिए भेजा। हालांकि, संजय सिंह भाजपा द्वारा 15-15 करोड़ रुपये में नेताओं को खरीदने के आरोप की शिकायत लेकर एसीबी कार्यालय पहुंचे थे, इसलिए उनका बयान वहीं पर दर्ज किया गया। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने एसीबी की जांच में सहयोग नहीं किया। एसीबी की टीम एक घंटे से अधिक समय तक केजरीवाल के घर के बाहर इंतजार करती रही। इसके बाद, एसीबी ने अरविंद केजरीवाल को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया, जिसमें उनसे यह पूछा गया कि भाजपा ने पार्टी के किन-किन नेताओं को ऑफर दिया और उन नेताओं के नाम बताएं।
संजय सिंह ने भाजपा पर लगाया ये गंभीर आरोप :
आम आदमी पार्टी के लीगल हेड संजीव नासियार ने आरोप लगाया कि एसीबी टीम पिछले डेढ़ घंटे से यहां बैठी है, लेकिन इन लोगों के पास किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं था और न ही कोई स्टैंप मौजूद था। हालांकि, बाद में उन्होंने ऊपर से निर्देश लेकर नोटिस तैयार किया और बाहर से उसे तामील किया। उन्होंने कहा कि हम इस नोटिस का जवाब देंगे।