नई दिल्ली: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इन दिनों लगातार ही अमेरिका में बदलाव कर रहे हैं। वहीं इस बार तो अब ट्रम्प ने अमेरिकी नागरिकता पॉलिसी में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। दरअसल इस बीच उन्होंने 'गोल्ड कार्ड' नाम से वाशिंगटन डीसी में नया वीजा प्रोग्राम शुरू करने का ऐलान किया है। जिसे खरीदने लिए लगभग 5 मिलियन डॉलर यानि 44 करोड़ रुपए खर्च करना पड़ेगा। बता दें अमेरिकी नागरिकता के लिए ये गोल्ड कार्ड आसान रास्ता हो सकता है। लेकिन अभी अमेरिका में नागरिकता पाने वालों के लिए सबसे आसान रास्ता EB-5 वीजा है। जो 1मिलियन डॉलर यानि 8.75 करोड़ रुपए में मिल जाती थी। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने ईबी-5 वीजा की जगह अब करीब 5 गुना महंगा गोल्ड कार्ड लाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसकी खास बात यह होगी कि ये ईबी-5 वीजा की जगह लेगा। जिससे अब गोल्ड कार्ड चाहने वाले भारतीयों चिंता बढ़ गई है।
राष्ट्रपति ने ऑर्डर पर किए हस्ताक्षर :
जानकारी के मुताबिक गोल्ड कार्ड वीजा 14 दिनों में प्रभावी हो जाएगा। जिसे ट्रंप ने EB-5 वीजा प्रोग्राम से बेहतर विकल्प बताया है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि हम भविष्य में लगभग 10 लाख गोल्ड कार्ड बेचेंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम से जुड़े एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर कर दिए। इसके साथ आगे कहा कि, यह वीजा कार्ड अमेरिकी नागरिकता के रास्ते खोलेगा। साथ ही नागरिकों को स्पेशल राइट देगा। बताया जा रहा है कि जो लोग यह वीजा खरीदकर अमेरिका आएंगे उन्हें अमेरिका में अलग से पर्याप्त टैक्स भी भरना पड़ेगा।
इस परियोजना से कर सकेंगे निवेश :
वहीं दूसरी ओर इस प्रोग्राम से राष्ट्रीय कर्ज का भुगतान करना काफी आसानी हो जाएगा। अमेरिका में लगभग 10 लाख से अधिक पेशेवर भारतीय ग्रीन कार्ड के इंतजार में हैं। अब नई सरकार की गोल्ड कार्ड को घोषणा से उनके मन में चिंता हे कि क्या वो भी इसके जरिए स्थायी नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे या नहीं? पूर्व में ईबी-5 के जरिए विदेशियों को डीन कार्ड हासिल करने के लिए अमेरिका को इस परियोजना में 10.5 लाख डॉलर या संकटग्रस्त क्षेत्रों में 8 लाख डॉलर का निवेश करना पड़ता था।
गोल्ड कार्ड वीजा से मिलेगी यह सुविधाएं :
इसलिए भारतीयों की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि ग्रीन कार्ड की जरूरत अमेरिका में अभी स्थायी रूप से रहने वालों लोगों के लिए काफी आवश्यक हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 1990 से लागू इस व्यवस्था को गोल्ड कार्ड से रिप्लेस करने जा रहे हैं। जिससे अमेरिका में रहने वाले लोगों को कहीं भी रहकर पढ़ाई या काम करने में आसानी होगी। यह वीजा बनवाने के बाद उन्हें किसी कंपनी से बंधकर रहने की आवश्यकता नहीं रहेगी। लेकिन इस गोल्ड कार्ड को प्राप्त करने के लिए लगभग 4 से 6 माह तक का समय लग सकता है।