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लैंप्स प्रभारी की मनमर्जी, अधिकार क्षेत्र में नहीं आने के बाद भी धान खरीदी केंद्र के 4 ऑपरेटरों को नौकरी से निकाला, जानें क्या है पूरा मामला

लैंप्स प्रभारी की मनमर्जी, अधिकार क्षेत्र में नहीं आने के बाद भी धान खरीदी केंद्र के 4 ऑपरेटरों को नौकरी से निकाला, जानें क्या है पूरा मामला

रिपोर्टर - गौरव श्रीवास्तव 
कांकेर।
जिले के मरकाटोला धान खरीदी केंद्र से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। लैंप्स प्रभारी ने मनमर्जी करते हुए 4 ऑपरेटर की सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया है। नियमतः प्रभारी को किसी की सेवा समाप्ति का अधिकार नही होता हैं इसकी पुष्टि स्वयं विभाग के अधिकारी ने की है। 

15 सालो से संविदा पर कार्यरत थे कर्मचारी 

जानकारी अनुसार मरकाटोला धान खरीदी केंद्र में चार ऑपरेटर जुगेश सोनवंशी, पूनम चंद सोनवानी ,हरबंस जैन और सना अली सभी संविदा ऑपरेटर के पद पर 12 से 15 सालो से कार्यरत थे। लैंप्स प्रभारी संतोष राजपूत के द्वारा  31 अगस्त को 12 माह का कार्यकाल पूर्ण होने की स्तिथि में सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया गया। लैंप्स प्रभारी ने तर्क दिया की चारो ने ऑपरेटरों ने पुनः नौकरी के लिए आवेदन नही किया था। ऑपरेटरों का आरोप है कि 17 साल की नौकरी में हर साल  12 माह पूर्ण होते ही उनकी पुनर्नयुक्ति कर दी जाती थी, पहली बार उन्हें विभाग में आवेदन करने को कहा गया था। 

सेवा समाप्ति का अधिकार नही - प्रभारी उपायुक्त सहकारिता

ऑपरेटर का आरोप है कि लैंप्स प्रभारी ने जानबूझकर उन्हे परेशान करने इस तरह की हरकत की जा रही है और उन्हें सेवा समाप्ति करने का अधिकार नहीं होने के बाद भी उन्होंने आदेश जारी कर दिया है। इस मामले में प्रभारी उपायुक्त सहकारिता एसएल दुग्गा का कहना है कि प्रभारी को किसी की सेवा समाप्ति का अधिकार नही है। वह समिति की बैठक में प्रस्ताव रखकर सभी की सहमति से फैसला ले सकता है लेकिन वर्तमान में समिति भंग है. ऐसे में उन्होंने आदेश कैसे निकाला इसकी जांच की जा रही है।


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