रायपुर: छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य लगभग पूरा हो गया है। जिसे प्रदेशभर के 36 केंद्रों में जारी किया था। इनके परीक्षा परिणाम पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 15 मई के जारी कर दिए जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक इस बार भी माशिम पुरानी परंपरा को कायम रखने की तैयारी में है। दरअसर 10वीं -12वीं कक्षाओं के परिणाम इस बार भी एक साथ ही घोषित किया जाएगा। दोनों कक्षाओं के नतीजे पूर्व में माशिम द्वारा पृथक रूप से जारी किए जाते थे, हालांकि विगत कई वर्षों से अब एक ही दिन दोनों कक्षाओं के परिणाम घोषित किए जा रहे हैं। इस परिणाम के जारी होते ही माशिम जल्द ही निश्चित तिथि घोषणा कर देगी।
मूल्यांकन प्रक्रिया पूर्ण :
दूसरी ओर पांचवीं-आठवीं कक्षाओं की मूल्यांकन संबंधित प्रक्रिया भी लगभग पूर्ण हो चुकी है। इनके परिणाम 30 अप्रैल को जारी किए जाएंगे। 14 वर्ष पश्चात जिला स्तर पर हुई केंद्रीकृत परीक्षा के परिणाम विद्यालय स्तर पर जारी होंगे। इन कक्षाओं में मेरिट लिस्ट जारी नहीं होगा। फेल छात्रों को दोबारा मौका भी दिए जाने का प्रावधान किया गया है। जारी किए गए आदेश के अनुसार छात्रों को अंकसूची भी 30 अप्रैल को ही प्रदान कर दी जाएगी।
हेलीकॉप्टर राइडिंग पर संशय:
पं. दीनदयाल उपाध्याय मेधावी सम्मान योजना के अंतर्गत छात्रों को नगद राशि दी जाती रही है। यह सम्मान योजना इस वर्ष भी जारी रहेगी। वहीं हेलीकॉप्टर राइडिंग पर संशय बना हुआ है। कांग्रेस शासनकाल में यह योजना प्रारंभ की गई थी। इसके अंतर्गत मेरिट लिस्ट में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर भ्रमण का अवसर प्रदान किया जाता था। सत्ता परिवर्तन के बाद पिछली सरकार की योजनाओं को यथावत रखने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, चूंकि यह विरोधी पार्टी की योजना थी, इसलिए वर्तमान में छात्रों के लिए इस योजना को जारी नहीं रखा जाएगा।
मई अंत तक भेजी जाएंगी अंकसूची:
मई के प्रथम पखवाड़े में परिणामों की आधिकारिक घोषणा के बाद माशिम छात्रों के प्राप्तांक अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर देगा। स्कूलों को अंकसूची मई अंत तक भेज दी जाएंगी, जहां से छात्र इसे ले सकेंगे। गौरतलब है कि माशिम द्वारा आयोजित दसवीं कक्षा की परीक्षा में इस बार 3 लाख 30 हजार तथा बारहवीं की परीक्षा में 2 लाख 40 हजार छात्र शामिल हुए थे। इन छात्रों की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 26 हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।