बालोद। छग प्रदेश के बालोद जिले के नाम एक और उपलब्धि हासिल हुई है और जिले का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज किया जा चूका है। यह रिकार्ड जिले के एक लाख से भी अधिक घरों में ’चुनई जगार’ नेवता कार्ड पहुँचाने पर जिले को प्राप्त हुआ है। कलेक्ट्रेट सिवनी में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित वर्ल्ड रिकार्ड टीम के सदस्यों द्वारा जिले कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
कलेक्टर और अधिकारियों के किया जागरूक :
’चुनई जगार’ कार्यक्रम और मतदाता जागरूकता के अंतर्गत जिले के दिव्यांग , वृद्ध और तृतीय लिंग सभी मतदाताओं का सम्मान किया गया। जिले के कलेक्टर स्वयं दिव्यांग, माताओं, बहनों और बुजुर्गों के बिच पहुंचकर उनका कुशलक्षेम जाना और उन्हें मतदान करने की अपील की. सेल्फी प्वाइंट बनाकर लोगों को मतदान के लिए उत्साहित किया। जिले के सरकारी आईटीआई में विद्यार्थियों ने मतदाता जागरूकता पर आधारित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देकर अपने मत का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। वृहत स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन करके जिले के कलेक्टर और अधिकारीयों ने मतदान करने की अपील की इसके साथ ही नेवता कार्ड ’चुनई जगार’ को जन जन तक पहुँचाने का काम किया। इस अनुकरणीय पहल के लिए जिले के कलेक्टर को सम्मिट भी किया गया साथ ही अब बालोद जिले का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है।