जानना जरूरी है : हिंदू धर्म में गाय का महत्व अधिक बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार गाय में 36 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा गायों का पालन किया जाता है। हालांकि अब बड़े बड़े शहरों में बनी गौ शालाओं में गायों का रख रखाव किया जाता है। प्रदेशों की सरकारे अब सड़क पर पाए जाने वाले आवार मवेशियों को गौ शाला में रखने को लेकर कई जतन कर रही है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गाय अधिकतर बीच सड़क पर ही क्यों बैठती है?
दरसअल, गायों का सड़क पर बैठना एक सामान्य दृश्य है, खासकर भारत जैसे देशों में, जहां ये जानवर खुले में घूमते हैं। इसके पीछे कुछ कारण माने जाते है।
सुरक्षा और आराम
गायें आम तौर पर शांतिपूर्ण जानवर होती हैं और सड़क पर बैठना उन्हें सुरक्षा का एहसास दिलाता है। सड़क पर होने वाली हलचल और आवाजें उन्हें एक तरह से सतर्क और सुरक्षित महसूस कराती हैं।
समय बिताने के लिए
गायें पूरे दिन घास चरने में व्यस्त रहती हैं, और जब थक जाती हैं या आराम की जरूरत होती है, तो वे कहीं भी बैठ सकती हैं, जो उन्हें आरामदायक लगता है। गाय सबसे ज्यादा सड़क पर बैठना पसंद करती है, क्योंकि बीच सड़क पर उन्हें पर्याप्त जगह मिलती है।
ये सबसे बड़ा कारण
गाय पालकों की माने तो आपने देखा होगा कि कई गायों के शरीर पर मक्खियां या फिर छोटे छोटे किड़े बैठ जाते है। इन मक्खियों और कीड़ों को भगाने के लिए गाय बीच सड़क पर बैठ जाती है, क्योंकि सड़क से गुजरने वाले वाहनों की हवा से गायों के शरीर पर बैठे किड़े उड़ जाते है। इसलिए गाय सड़क को अधिकतर अपने बैठने और आराम का स्थान चुनती है।
वहीं बरसात के मौसम में गाय ज्यादातर सड़कों पर ही बैठती है। क्योंकि बरसात के मौस में सड़के साफ होती है, जबकि अन्य जगाहों पर बरसात के पानी की गंदगी और कीचड़ के चलते मक्खियां और कीड़े मंडराते है। इसलिए गाय इन सब से बचने के लिए बीच सड़क का सहारा लेती है। हालांकि बीच सड़क पर गायों को जान का खतरा बना रहता है।