MP Politics : कहते है किसी भी बड़े काम को अंजाम देने के लिए किसी का साथ जरूरी होता है। फिर चाहे कोई मिशन हो या फिर राजनीति हमेशा किसी न किसी का साथ होना चाहिए। इन दिनों ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति में देखने को मिल रहा है। इन दिनों एक जुगल जोड़ी की खूब चर्चा की जा रही है। वो जोड़ी जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह है।
चर्चा में जीतू-जय की जोड़ी
जी हां प्रदेश में जब विधानसभा के चुनाव हुए थे तब कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी चर्चा में थी, लेकिन चुनाव में ये जोड़ी कुछ कमाल नहीं दिखा पाई। और अब पटवारी और जयवर्धन की जोड़ी चर्चा में बनी हुई है। बीते दिनों विजयपुर सीट पर हुए उपचुनाव की कमान जयवर्धन को सौंपी गई थी। जय को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था और वे कांग्रेस को चुनाव जीताकर भी आए, लेकिन राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहा है कि आखिर जीतू-जय की जोड़ी के पीछे का राज क्या है? आखिर इस जोड़ी के पीछे का किसका माइंडगेम है?
जुगल जोड़ी के पीछे किसका माइंडगेम?
दरसअल, जीतू पटवारी और जयवर्धन की जोड़ी ने कमाल दिखाना शुरू कर दिया है। विजयपुर उपचुनाव में दोनों की जोड़ी जीत का सेहरा पहनकर भी आ चुकी है और आने वाले दिनों में भी ये जोड़ी और भी कमाल दिखा सकती है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस जोड़ी की पीछे का पूरा का पूरा माइंडगेम दिग्विजय सिंह का है। इसी को लेकर कमलनाथ असहज होते दिख रहे है। राजनीतिक पंडितों की माने तो दिग्विजय सिंह राजनीति से रिटायर्ड होने से पहले अपने बेटे को राजनीति की पिच पर पूरी तरह से जमाना चाहते है। ऐसा दिख भी रहा है। जयवर्धन सिंह को समय समय पर जिम्मेदारियां सौंपी गई। हाल ही में दोनों की एक रील भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई। रील में दोनों एक साथ खिलखिला रहे है। इतना ही नहीं पटवारी अपने जय का हाथ भी थामने हुए है।
वरिष्ठ उठा चुके सवाल
कांग्रेस में चल रहे इस माइंडगेम को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता सवाल उठा चुके है। बीते दिनों पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पटवारी की नई टीम पर सवालियां निशान खड़े किए थे। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया था कि पार्टी का तो अब भगवान ही मालिक है। कांग्रेस को बर्बाद करने वाले आज भी पार्टी पर्दे के पीछे से चला रहे है। अजय सिंह के इस बयान को दिग्विजय सिंह से जोड़कर देखा गया। अब देखना होगा की जीतू और जय की जोड़ी आने वाले समय में क्या कमान दिखाती है और दिग्गी राजा अपने बेटे को पार्टी में कितना फीट बैठाने में कामयाब होते है।