आकाश पवार-पेंड्रा: मरवाही पुलिस को ठगी के मास्टरमाइंड आरोपी युवक को पकड़ने में सफलता मिली है, महज आठवीं फेल इस आरोपी युवक ने इंजीनियरिंग और बीए पास बेरोजगार युवकों को रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगा और ट्रेनिंग के नाम पर प्लेटफार्म ले जाकर झांसे में आए युवकों से रेल के डब्बे गिनवाता था।
१२ लाख रुपए की ठगी:
थाना मरवाही और साइबर सेल जीपीएम ने गिरोह के मुख्य सरगना कपिल बरनवाल को आसनसोल बंगाल से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। दरअसल गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के थाना मरवाही क्षेत्र के ग्राम कुम्हारी के पुनीत प्रधान से रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर १२ लाख रुपए की ठगी की गई थी जो रकम अलग अलग किश्तों में आसनसोल में चली 9 महीने की ट्रेनिंग के दौरान ली गई थी। जब ठगी का पता चला तो प्रार्थी के होश उड़ गए क्योंकि उसकी पूरी ट्रेनिंग और ट्रेनिंग का हर किरदार फर्जी निकला।
ठगी का अहसास होने पर की शिकायत :
ठगी का अहसास होते ही पुनीत ने पुलिस से संपर्क कर थाना मरवाही में अपराध दर्ज कराया था। मरवाही पुलिस द्वारा साइबर सेल की मदद से पूर्व में भी तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें एक युवक अमित मंडल ट्रेनिंग देता था तो विधान बैरागी और योगेश रजक स्थानीय स्तर पर युवाओं को झांसा देकर आसनसोल भेजते थे। इनका सरगना कपिल बरनवाल फरार था और लोकेशन बदल रहा था जैसे ही मुख्य आरोपी आसनसोल आया मरवाही पुलिस को जानकारी मिली जिस पर आसनसोल पुलिस के इंस्पेक्टर कौशिक कुंडू की सहायता से उप निरीक्षक श्यामलाल गढ़वाल सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोतिया और प्रधान आरक्षक अजय सिंह ने आसनसोल में कपिल बरनवाल को गिरफ्तार किया।
ठगी करने में अलग अलग किरदार निभाते थे:
आरोपी कपिल आसनसोल में भी फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर घूमने के प्रकरण में जमानत पर था। मरवाही पुलिस ने आरोपी की ट्रांजिट रिमांड हासिल कर उसे मरवाही ले जाकर पुलिस रिमांड पर रखा था जहां डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा थाना प्रभारी रणछोड़ सिंह सेंगर उप निरीक्षक श्यामलाल गढ़वाल और साइबर सेल सउनि मनोज हनोतिया द्वारा पूछताछ और तफ़्तीश करने पर पता चला कि आरोपी कपिल बरनवाल की पत्नी पूजा हलदर मेकअप आर्टिस्ट हैं जिसके जरिए कई लोगों से कपिल के संपर्क हैं जो उसके लिए ठगी करने में अलग अलग किरदार निभाते थे जैसे कभी कोई आरपीएफ वाला बन जाता तो कोई स्वास्थ्यकर्मी।
आठवीं फेल है आरोपी कपिल:
पूछताछ में आरोपी कपिल ने बताया कि वह आठवीं फेल है और वह यह सब कुछ लक्जरी लाइफ जीने के लिए किया करता था। पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों की भूमिका और नाम पते के बारे में मिली जानकारी के आधार पर कार्यवाही जारी है। उक्त कार्यवाही में उप निरीक्षक श्यामलाल गढ़वाल के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोतिया और प्रधान आरक्षक अजय सिंह मुख्य भूमिका में रहे।