Uma Bharti : मध्यप्रदेश के पूर्व परिवहन आरक्षक धनकुबेर सौरभ शर्मा और उसके दो सहयोंगियों को जेल भेज दिया है। अब मामले में तीनों आरोपियों से ईडी पूछताछ कर रही है। इससे पहले लोकायुक्त ने आरोपियों से पूछताछ की थी और कोर्ट में पेश किया था, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। सौरभ शर्मा मामले में अब पूर्व सीएम उमा भारती ने जांच एजेंसियों पर सवाल खड़े किए है।
उमा का एजेंसियों पर निशाना!
उमा भारती ने इशारों में जांच एजेंसियों को निशाना बनाया है। उन्होंने मामले के असली आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है। उमा भारती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि अगर जांच में कहीं यह साबित होता है कि इन्होंने अकेले ही यह घोटाले किए हैं तो फिर गहराई में जाने पर यह घोटाला एक गंभीर मसला हो सकता है। उमा भारती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि जो जांच एजेंसियां जांच में लगी हैं, उनकी दक्षता एवं निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है। अब उन जांच एजेंसियों के लिये यह परीक्षा की घड़ी है कि वह यह बात कहीं खत्म कर देते हैं या गहराई में जाकर के असली महा अपराधियों को पकड़ कर, प्रमाण जुटा कर उन्हें कठोरतम दंड दिला लेते हैं।
यह बिल चूहे के बिल की तरह
आपको बता दें कि इससे पहले भी उमा भारती ने मामले में कहा था कि एक सिपाही करोड़ों लेकर भाग गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसे में बड़े नेताओं और अधिकारियों की कैसी हालत होगी। ये घोटाला व्यापमं से भी बड़ा घोटाला है।
सौरभ को बताया था चूहा
उमा भारती ने इस घोटाले में सौरभ को चूहा बताते हुए कहा था कि यह बिल एक चूहे के बिल की तरह है। असली मुजरिम यानी अजगर अभी बाहर आना बाकी है। अभी सिर्फ सौरभ शर्मा जैसे चूहे ही बिल से बाहर निकले हैं, अजगर अभी अंदर ही है। उमा ने आगे यह भी कहा किी वे ऐसे सिस्टम को सुधारना चाहती थी, लेकिन उनकी सरकार पहले ही चली गई।