भोपाल। ग्वालियर से हैरान करने वाला मामला सामने आ रहा है। पिछले 27 दिनों से बीएसफ की लेडी कॉन्स्टेबल के लापता होने की खबर मंगलवार को सामने आई। आकांक्षा और शहाना बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में 2021 से बतौर ट्रेनर पदस्थ हैं। 6 जून से दोनों लापता है और आखिरी कॉल लोकेशन पक्षिम बंगाल की बताई जा रही है। आकांक्षा जबलपुर की रहने वाली है। वहीं शहाना पक्षिम बंगाल से है।
जन सुनवाई के बाद मामला आया सामने
आपको बता दे कि बीते दिन आकांक्षा निखर की माँ ने जन सुनवाई के दौरान एसपी के सामने गुहार लगाई थी। जिसमे उन्होंने अपनी बेटी की जान खतरे में है यह भी बात बताई है। इसके बाद मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
आकांक्षा की माँ ने किया बड़ा खुलासा
पुलिस को जानकारी देते हुए आकांक्षा की माँ ने बताया कि, आकांक्षा ने पिछले साल कहा था कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की रहने वाली शहाना खातून उसके ही बैच में है। दोनों में अच्छी दोस्ती है। मार्च 2024 में शहाना हमारे घर जबलपुर भी आई थी। यहां चार दिन तक रही। इसके बाद दोनों बंगाल घूमने जाने का कहकर निकल गई थीं। वहां दोनों शहाना के घर पर ठहरी थीं। इसके बाद से बेटी से संपर्क कम होने लगा। आकांक्षा उतने मन से बात नहीं करती थी, जितना पहले करती थी।’
आकांक्षा की माँ को शहाना पर शक
आगे उन्होंने बताया कि शहाना के घर से लौटने के बाद आकांक्षा कम बात करती थी। BSF से आया कॉल, तब गुमशुदगी का पता लगा उर्मिला ने बताया, ‘5 जून को बेटी आकांक्षा से बात हुई थी। वह अनमने ढंग से बात कर रही थी। 6 जून रात 8 बजे सहायक प्रशिक्षण केंद्र से कॉल आया कि सुबह से आकांक्षा और शहाना कहीं चले गए हैं। उनकी गुमशुदगी बिलौआ थाने में दर्ज कराई गई लेकिन पड़ताल नहीं किया गया है। आकांक्षा की माँ को शहाना पे शक है। दोनों की आखिरी कॉल लोकेशन पक्षिम बंगाल की बताई जा रही है।