इंदौर : पीएम मोदी ने कई साल पहले डिजिटल इंडिया का सपना देखा था। जो आज लोगों की एक बुनियादी जरूरत बन गई है। भारत में डिजिटलाइजेशन इस कदर बढ़ गया है कि जमीनी स्तर पर भी बड़े तादाद में लोग इसका उपयोग करते है। डिजिटलाइजेशन के आने से लोगों का काम जहां एक तरफ आसान हो गया है। तो वही दूसरी तरफ डिजिटलाइजेशन के दौरा बढ़ते अपराध ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। जिसको देखते हुए इंदौर के कुछ व्यापारियों ने UPI पेमेंट का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। जिसक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
दुकान पर नगद लेनदेन का व्यापार
UPI पेमेंट के बहिष्कार का ताजा मामला इंदौर से सामने आया है। जहां राजवाड़ा क्षेत्र के कपड़ा व्यापारी अध्यक्ष अक्षय जैन ने ऑनलाइन पेमेंट लेने की जगह नगद लेने का फैसला लिया है। जिसका वीडियो भी सामने आया है। जिसमे साफ़ देखा जा सकता है कि व्यापारी ने दुकान के काउंटर पर एक बोर्ड लगा रखा है। जिसमे उन्होंने ने लिखा कि सायबर फ्रॉड के चलते ऑनलाइन UPI पेमेंट नहीं लिया जाएगा।
साल 2016 में डिजिटल पेमेंट की प्रक्रिया हुई थी शुरू
इधर, UPI पेमेंट बहिष्कार को लेकर पड़ा व्यापारी अक्षय जैन ने कहा कि सायबर फ्रॉड से परेशान होकर यह कदम उठाया गया है। सरकार उसकी मेहनत का पैसा सायबर फ्रॉड से बचने में अक्षम है। जिसके चलते ऑनलाइन की जगह दुकान पर नगद लेनदेन का व्यापर किया जाएगा। बता दें कि पीएम मोदी ने 2016 में डिजिटल पेमेंट के लिए UPI लॉन्च किया था। इसके साथ ही 2015 में डिजिटल डॉक्युमेंट स्टोर डिजीलॉकर की लॉन्चिंग की गई थी, साथ ही 2021 में वन स्टॉप कोविड-19 वैक्सीन प्लेटफॉर्म की लॉन्चिंग हुई. जबकि 2022 में एयरपोर्ट पर भीड़ कम करने के लिए डिजी यात्रा की लॉन्चिंग की गई।