राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में चल रहे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 2021 के तीसरे दिन नागालैण्ड के संगतम जनजातीय के कलाकारों ने माकू नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति के दौरान दर्शकों ने खूब तालियां बजाकर उनका उत्साहवर्धन किया। पारंपरिक परिधान धारण किए हुए कलाकारों की प्रस्तुति देखने लायक थी। माकू नृत्य युद्ध में अपने शौर्य कौशल के बल पर प्रदर्शन कर शत्रुओं को परास्त करने वाले वीर योद्धाओं को नमन करने और उनकी शौर्य गाथा को व्यक्त करने के लिए ये नृत्य किया जाता है
नागालैण्ड के योद्धा संगतम जनजातीय समुदाय द्वारा किए जाने वाले माकू नृत्य में नर्तक आपस में एकत्र होकर पैरों से ताल देते हुए दुश्मनों को परास्त करने के लिए विजय गीत गाते हैं जिसमें हे हो की आवाज शामिल होती है। इस वक्त वे अपनी महिला मित्र को भी समूह में शामिल करते हैं। नृत्य करते हुए पूरे दिन नर्तक समूह चांवल से बने हुए विशेष पेय पदार्थ को ग्रहण करते हैं। इस दौरान ग्रामवासी भी नृत्य की वेशभूषा में रहते हैं और नृत्य समूह के साथ नृत्य में भाग लेते हैं।
वहीं मेघालय राज्य के कलाकारों द्वारा बांग्ला नृत्य की मनमोहन प्रस्तुति दी गयी ।