बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में आज शुक्रवार से ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला शुरू होगा, पहले दिन 36 ट्रेनें रद्द होंगी। दरअसल बिलासपुर से झारसुगुड़ा सेक्शन के बीच चौथी लाइन का काम करने के कारण हावड़ा-मुम्बई मार्ग की मुख्य ट्रेनों को 24 अप्रैल तक रोका जाएगा। इस दौरान लाखों यात्रियों का सफर प्रभावित होगा। मार्च के अंतिम दिन तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन मुख्यालय ने रेलवे बोर्ड के दिए माल लदान के टारगेट से ऊपर यानि 252 मिलियन टन करते हुए रिकार्ड कायम किया है।इस रिकार्ड को कायम करने के लिए हजारों की संख्या में यात्री ट्रेनों का परिचालन प्रभावित किया गया है।
ट्रेनें को बंद करने का आदेश जारी :
पिछले कई दिनों से यात्री ट्रेनें पटरी पर चलने के कारण यात्रियों को राहत मिलनी शुरु हो गई थी कि अचानक रेलवे के अफसरों ने बिलासपुर से झारसुगुड़ा के बीच 2100 करोड़ रुपए की लागत से चल रहे 206 किलोमीटर चौथी लाइन के बचे हुए काम करने के लिए 36 ट्रेनों को 11 से 24 अप्रैल तक बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। वर्तमान में यह कार्य रायगढ़ से झारसुगुड़ा सेक्शन में कोतरलिया स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ने के लिए शुरु किया गया है। 11 अप्रैल से 5 मई तक 68861/68862 गोंदिया-झारसुगुड़ा और झारसुगुड़ा-गोंदिया मेमू पैसेंजर स्पेशल बिलासपुर से झारसुगुड़ा के बीच, 9, 10, 12, 14, 15, 16, 17, 19, 21, 22 अप्रैल को 12410 निजामुद्दीन-रायगढ़ गोंड़वाना एक्सप्रेस बिलासपुर से रायगढ़ के बीच और 11, 12, 14, 16, 17, 18, 19, 21, 23 व 24 अप्रैल को 12409 रायगढ़-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस रायगढ़ से बिलासपुर के बीच रद्द की जाएगी। मेल भी बिलासपुर नहीं आएगी।
ये एक्सप्रेस भी रहेगी रद्द :
36 ट्रेनों में मेल और दूरंतो के साथ गीतांजली एक्सप्रेस,आजादहिंद एक्सप्रेस, के अलावा संतरागाछी-जबलपुर, टाटा-इतवारी, पुणे-संतरागाछी, दरभंगा-सिकंदराबाद, बिलासपुर-पटना, भुवनेश्वर-कुर्ला, एलटीटी-शालीमार, हावड़ा-शिरडी, हटिया-एलटीटी, पोरबंदर-शालीमार और बिलासपुर-रायगढ़ के बीच चलने वाली चार मेमू, एलटीटी-शालीमार एक्सप्रेस भी शामिल है, जिसके पहिए 25 अप्रैल तक थमे रहेंगे।