तुलसीराम जायसवाल //भाटापारा। शहर में असामाजिक तत्वों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीती रात शहर थाना से कुछ ही दूरी पर स्थित एक चाय की दुकान को अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया। इससे पहले कुछ दिन पूर्व गन्ने की दुकान को भी इसी तरह जला दिया गया था। लगातार हो रही घटनाओं से व्यापारियों और आम नागरिकों में भय का माहौल है।
दुकान का ताला टूटा,अंदर आग लगी :
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चाय दुकान के संचालक अनूप दुबे ने बताया कि वह रात करीब 10 बजे अपनी दुकान बंद कर घर चले गए थे। कुछ देर बाद उन्हें सूचना मिली कि उनकी दुकान में आग लग गई है। जब वे मौके पर पहुंचे, तो देखा कि दुकान का ताला टूटा हुआ है और अंदर आग लगी हुई थी। उन्होंने तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक दुकान में रखा काफी सामान जल चुका था।
अगर पुलिस की गश्त होती तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता:
सप्ताहभर के भीतर शहर थाना से कुछ ही दूरी पर दो दुकानों में आगजनी की घटनाओं ने पुलिस गश्त पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागरिकों का कहना है कि अगर पुलिस की गश्त सक्रिय होती, तो ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता था। व्यापारी वर्ग ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
व्यापारियों में डर का माहौल:
फिलहाल शहर में दहशत का माहौल है और लोग अपने व्यवसाय की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। लगातार हो रही वारदातों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस को अपनी गश्त व्यवस्था पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है।