भोपाल।आरटीओ का पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा का ईडी, आयकर और लोकायुक्त जैसी जांच एजेसियों के साथ लुका-छिपी का खेल जारी है। शुरुआत में जांच एजेसियों को उसके दुबई में होने का इनपुट मिला था। काफी समय बाद लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया और इंटरपोल से भी संपर्क किया गया, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। हाल ही में जांच एजेसियों को उसकी लोकेशन दिल्ली में मिली, इसके बाद मुंबई में। यानि बार बार उसकी लोकेशन चेंज हो रही है। इस तरह से सौरभ तीन तीन जांच एजेसियों को छका रहा है जिसमें दो आयकर और ईडी राष्ट्रीय एजेंसी हैं, जिसके पास किसी भी आरोपी का सुराग लगाने कई सिस्टम हैं।
बड़ा सवाल यह है कि सौरभ की तलाश के लिए मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज ट्रैक करने सहित अन्य प्रयास किए जा चुके हैं। आखिर वह कब तक पकड़ में आएगा, जांच एजेसियों ने इस पर चुप्पी साध रखी है। सूत्रों की मानें तो सौरभ अपने परिवार के संपर्क में है, वह इसके लिए अलग-अलग नंबरों की सिम का इस्तेमाल कर रहा है। हैरत की बात तो यह है कि जांच एजेसियां किसी भी तरीके से उसे ट्रैक नहीं कर पा रही हैं। अभी संशय भी है कि उसे जानबूझकर ढील दी जा रही है या फिर यह पूरी तरह से जांच एजेसियों की नाकामी है। इधर, सौरभ की पत्नी दिव्या भी फरार है। उसकी लोकेशन का भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
पहले दुबई में होने की जताई थी आशंका
इधर, सबसे पहले लोकायुक्त ने ही सौरभ के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद कोर्ट को लोकायुक्त ने जानकारी दी थी कि वह संभवत: दुबई में है, लेकिन एजेंसी इस बात को पुख्ता नहीं कर पाई। इधर, सौरभ की मां ने दावा किया था कि वह कहीं भागा नहीं है, जल्द ही सामने आएगा। उसके दोनों बच्चे मेरे पास हैं। लोकायुक्त द्वारा मारे गए उसके ठिकानों पर सोने चांदी के जेवरात सहित 8 करोड़ का माल बरामद किया था। इधर, इनोवा में आयकर को 52 किलो गोल्ड और 11 करोड़ रुपए कैश मिला था।