रायपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत कल से छह दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे। इस कड़ी में भागवत कल यानि 27 दिसंबर की शाम को रायपुर पहुंचेंगे। इस दौरे में टोली बैठक, सांय और प्रातः शाखा में शामिल होंगे। जिसके बाद डॉ. मोहन भागवत 1 जनवरी को दोपहर रायपुर से दिल्ली रवान होंगे। दरअसल अगले साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सौ साल पूरे होने वाले हैं। जिसको लेकर देशभर में आरएसएस इस शताब्दी वर्ष में कार्यक्रम करेंगे। इस दौरान किस किस तरह के कार्यक्रम होंगे, इस पर मोहन भागवत लगातार राज्यों का दौरा कर रहे हैं।
इन कार्यों के सन्दर्भ में करेंगे चर्चा :
इसी कड़ी में वह 27 से 31 दिसंबर तक रायपुर प्रवास रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वह अलग-अलग सत्र में वरिष्ठ अधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और संगठन को मजबूत करने के सन्दर्भ में चर्चा भी करेंगे।इन दिनों आरएसएस का बड़ा फोकस शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन पर टिका हुआ है। जिसके बारे में वह जानकारी देकर बताएंगे कि उन्हें क्या-क्या करना करना है। जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में हुई थी। जो इस वर्ष अपनी 100 वीं स्थापना का शताब्दी वर्ष मना रही है। जिसके लिए सरसंघचालक मोहन भागवत का देश के अलग-अलग प्रांतों में प्रवास हो रहा है। बतादें कि इस प्रवास के दौरान वह संबंधित प्रांत में संगठनात्मक कार्यों के सन्दर्भ में चर्चा करेंगे।
इन अधिकारियों से करेंगे संवाद :
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में शताब्दी वर्ष पर चलने वाले कार्यक्रमों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संगठनात्मक विषयों पर वह संगठन के कार्यकर्ताओं व अधिकारियों से संवाद करेंगे। डॉ. भागवत अपने प्रवास के दौरान विभिन्न बैठकों में विषय आधारित संगठनात्मक कार्यों को लेकर चर्चा करेंगे। इसके अलावा बैठकों में कार्य विस्तार के साथ स्वयंसेवकों और पर कार्यकर्ताओं के गुणात्मक विकास पर विशेष चर्चा करेंगे। इतना ही नहीं संघ ने शताब्दी वर्ष में प्रत्येक शहरी व गांव क्षेत्र तक शाखा के माध्यम से पहुंचने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में सरसंघचालक का प्रवास छत्तीसगढ़ में सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी बनाने की दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
जिन- जिन को मिलना होगा तय होंगे कार्यक्रम: अरुण साव
भागवत के दौरे पर डिप्टी सीएम अरुण साव का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, मोहन भागवत का पूरे देश में नियमति रूप से दौरा होता है. वह अपने दौरे पर बैठकें लेंगे. जिन- जिन को मिलना होगा उसके कार्यक्रम तय होंगे .