भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा धार्मिक नगरों में शराबबंदी के फैसले पर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस फैसले पर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि इससे पहले नर्मदा किनारे शराबबंदी का निर्णय लिया गया था, लेकिन नर्मदा के किनारे एक भी गांव ऐसा नहीं है जहां वैध या अवैध शराब न बिक रही हो। यदि धार्मिक नगरों में शराब बंद करनी थी तो सबसे पहले उज्जैन में यह कदम उठाया जाना चाहिए था।
RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मामले में जीतू पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा की डायरी के पन्ने पब्लिक डोमेन में आ चुके हैं। यह पन्ने सही हैं या गलत, यह संबंधित एजेंसियां ही बता सकती हैं। पटवारी ने कहा कि हमने पूछा है कि यदि डायरी है, तो वह कहां है और पब्लिक डोमेन में आनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सौरभ शर्मा और उसकी डायरी दोनों का अस्तित्व खतरे में है।
हमें चिंता है कि कहीं सौरभ शर्मा की हत्या न कर दी जाए, क्योंकि उसके पास भारतीय जनता पार्टी और सरकार से जुड़े कई राज हैं। पटवारी ने आरोप लगाया कि 25,000 करोड़ से ज्यादा के भ्रष्टाचार में परिवहन मंत्री, सभी अधिकारी और बीजेपी के संगठन के लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा को जल्दी से पब्लिक डोमेन में आना चाहिए।