जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखंड अंतर्गत कुकरगांव का जमचट्टापारा में आज तक लोग बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के लिए तरस रहे है. इस गांव में बिजली विभाग ने लगभग 2 साल पहले बिजली पहुंचाने के लिए खंबे और तार तो लगा दिए, लेकिन उन में बिजली पहुंचाने के लिए न तो ट्रांसफार्मर लगाये और न ही आज तलक बिजली पहुंचाई. स्थानीय ग्रामीण इस लापरवाही से बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोशित नजर आ रहे रहे हैं.
ग्रामीण अँधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर :
गांव में बिजली नही होने से बच्चों के लिए पढ़ाई भी नही कर पाते साथ ही महिला घरेलू कामकाज भी नही कर पाते, बरसात के मौसम में जहरीले सांप और सदैव दंतैल हाथियों का खतरा बना रहता है. इतना ही नहीं रात हो तो अंधेरे का संकट इंसान को परेशान कर देता है ऐसा ही कुछ हाल इन ग्रामीणों का है जहां लोग बिजली नहीं होने से परेशान हैं,बेबस ग्रामीण दो साल से अपने घरो में बिजली की आस लिए अँधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर है फिर भी उम्मीद बरकरार है क्योंकि बिजली विभाग ने यहां लाइट पहुंचाने के लिए खंबे तो गाड़ दिए लेकिन 2 साल बाद भी उन खंभों पर बिजली सप्लाई नहीं हो सका ऐसे में अब ग्रामीणों में गुस्सा साफ दिखने लगा है ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया है.
आज भी मुलभूत सुविधाओं से वंचित:
एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गांव गांव तक हर घर में बिजली पहुंचाने की बात कहते हैं वही जमचट्टापारा जैसे गांव उनके इस दावे की पोल खोल रहे हैं न जाने कितने ही ऐसे गांव और हैं जो आज बिजली विभाग की लापरवाही के चलते मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं बहरहाल विभाग अब तक ठेकेदार को सामग्री का आभाव बताकर दो सालो से काम रुके होने का हवाला देते हुवे अब कंडक्टर उपलब्ध कर और ट्रांसफार्मर लगाते हुवे बिजली पहुचाने की बात कहती नजर आ रही है.
बिजली कंडक्टर नहीं होने के कारण रुका रहा काम: सहायक यंत्री नन्दलाल
CSPDCL पत्थलगांव डिविजन के सहायक यंत्री नन्दलाल भारद्वाज ने बताया की 2 साल पूर्व कुकरगांव के जमचट्टापारा में बिजली पोल पहुंचाया गया था. ठेकेदार के पास बिजली कंडक्टर नहीं होने के कारण 2 सालों से काम रुका हुआ था वर्तमान समय में कंडक्टर उपलब्ध करा कर बिजली गांव तक पहुंचा दी गई है और ट्रांसफार्मर में उपलब्ध करा दिया गया है.