रायपुर : छत्तीसगढ़ के B.Ed प्रशिक्षित सहायक शिक्षकों का चरणबद्ध आंदोलन एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार, शिक्षकों ने नवरात्र के पावन अवसर पर माता रानी के सामने अपनी प्रार्थनाओं के साथ आंदोलन को और जोरदार तरीके से प्रस्तुत किया। रायपुर के भाठागांव बस स्टैंड के पास स्थित शीतला माता मंदिर में 2621 फीट लंबी चुनरी यात्रा निकाली गई और उसे माता रानी को चढ़ाया गया। इस यात्रा का उद्देश्य सरकार से अपनी नौकरी को बचाने के लिए न्याय की मांग करना था।
सहायक शिक्षकों की लगातार 111 दिनों से जारी हड़ताल
सहायक शिक्षकों का यह आंदोलन 111 दिनों से लगातार जारी है। उनका कहना है कि जब भर्ती का नोटिफिकेशन जारी हुआ था, तब NCTE के 2018 के नियम मान्य थे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब उनकी योग्यता पर सवाल उठाए जा रहे हैं, जिससे उनकी नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि उनका चयन पूरी प्रक्रिया के तहत किया गया था और अब वे अपनी नौकरी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
नवरात्र के दौरान माता रानी से प्रार्थना
सहायक शिक्षकों का कहना है कि वे नवरात्रि के इस पवित्र अवसर पर माता रानी के सामने प्रार्थना करने आए हैं ताकि सरकार को सद्बुद्धि मिले और उनके भविष्य के लिए न्यायपूर्ण निर्णय लिया जाए। 2621 फीट लंबी चुनरी यात्रा के माध्यम से उन्होंने अपनी मांगों को और अधिक प्रभावी तरीके से उठाया है।
2897 शिक्षकों की नौकरी पर लटक रही तलवार
इस समय छत्तीसगढ़ में कुल 2897 सहायक शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है। शिक्षकों का मानना है कि उनका चयन पूरी पारदर्शिता और प्रक्रियाओं के तहत हुआ था, और अब उन्हें अपने अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। उनके आंदोलन का उद्देश्य सरकार से न्याय की गुहार लगाना और यह सुनिश्चित करना है कि उनकी मेहनत और योग्यता को सही तरीके से सम्मानित किया जाए।