पिछोर : मध्य प्रदेश के पिछोर में दिग्विजय सिंह को 23 हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। दिग्विजय ने फरयादी से नामांतरण और वसीयत का काम करने के लिए पैसों की मांग की थी। जिसकी शिकायत पीड़ित ने लोकायुक्त में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त ने दिग्विजय को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। मामले में आगे की जांच चल रही है।
नामांतरण और वसीयत करने के बदले मांगे पैसे
यह पूरा मामला 20 फरवरी का है। जहां छिरवाहा गांव के रहने वाले शंकर लोधी से पटवारी दिग्यविजय सिंह परिहार ने नामांतरण और वसीयत के नाम पर 25000 की मांग की थी। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को पकड़ने का प्लान बनाया और इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया।
दूसरे पटवारी के घर को बनाया रिश्वत लेने का ठिकाना
पटवारी दिग्विजय सिंह परिहार ने पैसों की रिश्वत लेने का ठिकाना किराए पर रह रहे दूसरे पटवारी प्रहलाद वर्मा के घर को बनाया था। जब पटवारी दिग्यविजय परिहार ने शिकायतकर्ता से रिश्वत ली तभी लोकायुक्त की टीम ने दोनों पटवारियों को 23 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। 2 हजार रूपए शंकर लोधी पहले ही पटवारी दे चुके है। मामले में लोकायुक्त की टीम आगे की जांच कर रही है।