भोपाल : मध्यप्रदेश के इंदौर के बाद अब भोपाल में भी डिजिटल मूल्यांकन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। डिजिटल मूल्यांकन शुरू करने से न सिर्फ समय बचेगा बल्कि नतीजे भी जल्दी जारी किए जा सकेंगे। बता दें कि डिजिटल मूल्यांकन की शुरुआत राजधानी भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से होने जा रही है। जिसके चलते महज 20 दिन के अंदर छात्रों के नतीजे जारी कर दिए जाएंगे। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश के दूसरे विश्वविद्यालयों में भी अगले सत्र तक यह प्रणाली विकसित की जाएगी।
20 दिन के अंदर नतीजे जारी
बता दें कि प्रदेश में हर वर्ष करीब 14 लाख विद्यार्थी परीक्षाओं में बैठते हैं। जिनके उतर पुस्तिका जांचने में 2 से 3 माह का समय लग जाता है। डिजिटल मूल्यांकन का प्रयोग पिछले सत्र में इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में एक छोटी परीक्षा के दौरान किया था। डिजिटल मूल्यांकन की मदद से महज 15 से 20 दिन के अंदर नतीजे जारी कर दिए गए थे। जिसको देखते हुए शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों को इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे।
14 लाख विद्यार्थी हर साल परीक्षा देते है
बता दें कि प्रदेश में आठ राज्य विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध 1323 महाविद्यालयों में करीब 14 लाख विद्यार्थी हर साल परीक्षाओं में बैठते हैं। छात्रों की संख्या ज्यादा होने की वजह से आंसर शीट जांचने और परिणाम घोषित करने में काफी वक्त लग जाता है। जिसको देखते हुए शिक्षा विभाग ने प्रयोग के तौर पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में इस सत्र में डिजिटल मूल्यांकन शुरू करने का फैसला लिया है।
जानें डिजिटल मूल्यांकन की पूरी प्रक्रिया
डिजिटल मूल्यांकन प्रक्रिया के तहत सभी परीक्षा केंद्रों से कापियां निर्धारित केंद्र पर जमा कराई जाएंगी। वहां कापियों को स्कैन कर एक साफ्टवेयर पर अपलोड किया जाएगा। परीक्षकों को इसी साफ्टवेयर पर पंजीकृत कर उनको लागइन, पासवर्ड जारी किया जाएगा। उसी से परीक्षक कापियों को खोल पाएंगे। इस सिस्टम में परीक्षक को यह जानकारी नहीं मिलेगी कि उत्तरपुस्तिका किस जिले, कालेज अथवा परीक्षार्थी की है। मूल्यांकन के साथ ही पत्रक पर अंक भी चढ़ा दिए जाएंगे।