भोपाल। गौमाता को पशु सूची से हटाकर गौमाता को राज्यमाता बनाने, रेडरिंग प्लांट और इंसिनेटर को अलग अलग करने समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर आठ दिन से गौरक्षक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। अखिल भारतीय सर्वदलीय गौरक्षा महाभियान समिति के नेतृत्व में बालाजी वाटिका हनुमान मंदिर आश्रम एमपी नगर में गौरक्षक धरना जारी है। धरने पर बैठे गौरक्षकों का कहना है कि जब तक गौमाता को राज्यमाता का दर्जा नहीं मिल जाता, उनका धरना जारी रहेगा। गौरक्षकों के समर्थन में राष्ट्रीय बजरंग दल और करणी सेना अखिल भारतीय सर्वदलीय गौरक्षा महाभियान समिति को भी पत्र सोंपा है।
महाराष्ट्र की तरह मप्र में भी मिले राज्यमाता का दर्जा
प्रदेशाध्यक्ष गौरव मिश्रा ने बताया कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देशी गाय की स्थिति, मानव आहार में गौमाता के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति तथा जैविक कृषि प्रणालियों में देशी गाय के गोबर एवं गोमूत्र के महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए गौमाता को महाराष्ट्र की तरह मध्यप्रदेश सरकार को भी गौमाता को राज्यमाता घोषित करने की मंजूरी दी जानी चाहिए।
गौरव मिश्रा ने कहा कि जब तक गौमाता को राज्यमाता का दर्जा नहीं मिल जाता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। धरने पर धर्मेंद्र पंडित, शिवांगी ठाकुर, कृष्णा बुंदेला, राकेश नामदेव, दीपक पटेल, कुलदीप पटेरिया, सौरभ चौबे, आयुष पटेरिया, राहुल दादा और समिति के पदाधिकारी शामिल है।