मऊगंज। रीवा में डिजिटल अरेस्ट के दौरान मौत का पहला मामला सामने आया है। यहां एक महिला शिक्षक ने ठगों की धमकियों से डरकर जहर खा लिया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ठगों ने महिला से पहले 22 हजार रुपए पहले ही ऐंठ लिए थे और 50 हजार रुपए मांग रहे थे। शिक्षिका के पास पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने जहर खा लिया। हद तो तब हो गई, जब ठगों ने महिला की मौत के बाद भी धमकाना जारी रखा और पैसे की मांग करते रहे।
आर्मी के जवानों के वीडियो भेजे गए
मामला मऊगंज जिले के घुरेहटा वार्ड क्रमांक 12 का है। यहां रहने वाली रेशमा पांडेय पन्नी गांव में शासकीय हाई स्कूल में अतिथि शिक्षक हैं। बीते शनिवार को परिवार के सदस्य किसी कार्य के चलते गांव से बाहर गए थे। इसी दौरान रेशमा के मोबाइल में कुछ मैसेज आए। कुछ देर बाद उन्हें वॉट्सएप में वर्दी पहने कुछ पुलिस अफसर और आर्मी के जवानों के वीडियो भेजे गए। थोड़ी देर बाद जालसाज खुद वर्दी पहन कर वीडियो कॉल पर आया और और महिला को डिजिटली अरेस्ट कर लिया।
गिरफ्तारी के डर से उसने जहर खा लिया
जालसाजों ने महिला से कहा था कि तुम्हारे नाम का एक पार्सल है, जिसे तुम्हें लेना होगा। नहीं लेने पर तुम्हारे खिलाफ चोरी का इल्जाम लगाकर एफआईआर दर्ज कर तुम्हें गिरफ्तार किया जाएगा। डरी सहमी महिला ने ऑनलाइन 22 हजार रू. अपने मोबाइल से ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने 50 हजार रुपए और मांगे। पीड़ित महिला जब 50 हजार रु. नहीं दे पाई तो गिरफ्तारी के डर से उसने जहर खा लिया।