MP Congress Politics : मध्यप्रदेश कांग्रेस इन दिनों अपने बुरे दौर से गुजर रही है। हालांकि पार्टी अपने आप को फिर से खड़ा करने का भरपूर प्रयास भी कर रही है। कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी और पुरानी पार्टी रही है। प्रदेश या देश में भले ही कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी का दर्जा कायम रखने में कामयाब रही है। और इसी कड़ी में कांग्रेस अब नई रणनीति बनाने की तैयारी कर रही है। पार्टी अब नए सिरे से नई कवायद शुरू करने की जुगत में है।
नई लीडरशिप को मौका
दरअसल, प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़े बदलाव करने पर विचार कर रही है। पार्टी अब मैदानी नेताओं से लेकर संगठन कार्यालयों में जमे नेताओं को बदलने की तैयारी में है। कांग्रेस ने पहले अपना प्रदेशाध्यक्ष बदला, नेता प्रतिपक्ष बदला, प्रदेश संगठन में कई पदों के चेहरे बदले, इसके बाद प्रदेश प्रभारी में बदलाव हुआ और अब पार्टी प्रदेश से लेकर जिला, ब्लॉक और गांव तक नई लीडरशिप को मौका देने का मन बना चुकी है। हालांकि पुराने चेहरों को दरकिनार नहीं किया जाएगा, लेकिन ऐसे चेहरों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है तो लंबे वक्त से सुस्त अवस्था में पदों पर जमे हुए है।
जिले में भी तैनात होंगे प्रभारी
कांग्रेस सूत्रों की माने तो पार्टी ने तय किया है कि अब पार्टी में नए प्रभारी तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा कांग्रेस प्रदेश के हर जिले में नया अध्यक्ष तैनात करने की कवायद शुरू करेगी। साथ ही जिलाध्यक्ष के अलावा एक प्रभारी भी तैनात करेगी। जिस तरह से प्रदेश संगठन प्रभारी सर्वेसर्वा होता है ठीक उसी तरह जिला स्तर पर नियुक्त प्रभारी सारी शक्तियां रखेगा। सूत्रों की माने तो जिला प्रभारी जिले में पार्टी के विस्तार के लिए वे सभी जिम्मेदारियां संभाले जो पार्टी के हित में होंगी। इतना ही नहीं टीम बनाने से लेकर रखने और हटाने का जिला प्रभारी के पास रहेगा। सबसे बड़ी बात जिला प्रभारी चुनावों के दौरान प्रत्याशी चयन में भी अपनी अहम भूमिका निभाएंगा।
बड़े मंथन की ओर कांग्रेस
दरसअल, प्रदेश कांग्रेस बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव से बुरे दौरे से गुजर रही है। मध्यप्रदेश के अलाव गुजरात जैसे राज्य बीजेपी का गढ़ बनते जा रहे है। दोनों राज्यों में कांगेस लगातार चुनाव हारती आ रही है। प्रदेश स्तर के लीडरशिप की बात करते तो नेताओं में आपसी खींचतान के चलते पार्टी को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में कांग्रेस अब बड़े लेवल पर मंथन कर पार्टी में बदलाव की बयार लेकर आने में मूड में है।
निचले स्तर पर पहले होगी तैनाती
कांग्रेस सूत्रों की माने तो कांग्रेस सबसे पहले निचले स्तर से बदलाव की शुरूआत करेगी। पार्टी ग्राउंड लेवल से आगे बढ़ेगे और उच्च स्तर पर बदलाव करेगी। नीचले स्तर पर बदलाव से नेता दखल देने में दिलचस्पी नहीं रखेंगे। और धीरे धीरे पार्टी उच्चय स्तर पर बदलाव करती पहुंचेगी। पार्टी का मुख्य फोकस जिला लेवल को मजबूत बनाने पर है। कुला मिलाकर पार्टी नीचे से लेक उपर तक बदलाव करने की रणनीति पर काम कर रही है।