रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मोवा ओवरब्रिज पर किया गया डामरीकरण केवल एक दिन में उखड़ गया, जिससे अब फिर से नए सिरे से डामरीकरण कराई जाएगी। इस कारण लाखों लोगों को एक बार फिर से परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि ओवरहीटिंग के कारण डामर की क्षमता कम हो गई थी। इस घटना के बाद से प्रशासनिक स्तर पर हलचल मच गई है।
काम खत्म होने की एक दिन बाद ही उखड़ी सड़क:
मोवा ओवरब्रिज पर डामरीकरण का काम 7 जनवरी, मंगलवार को शुरू हुआ था। हैरानी की बात यह है कि डामरीकरण के काम को पूरा हुए 24 घंटे भी नहीं बीते थे और सड़क उखड़ने लग गई। यह स्पष्ट हो गया कि डामरीकरण का काम किस गुणवत्ता के साथ किया गया था, जब ब्रिज पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हुआ। जैसे ही गाड़ियाँ सड़क से गुजरने लगीं, डामर के साथ गिट्टी भी उखड़ने लगी। इस घटिया निर्माण ने एजेंसी की कार्यशैली की पोल खोल दी है।
घटिया डामरीकरण के कारण फिर से होगी डामरीकरण :
मोवा ओवरब्रिज की सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी थी, जिसके कारण जगह-जगह गड्ढे हो गए थे। इस जर्जर सड़क को ठीक करने के लिए 7 और 8 जनवरी को डामरीकरण का काम किया गया। इस दौरान दो दिनों तक लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, डामरीकरण के बाद सड़क से आवागमन शुरू कर दिया गया, लेकिन लोगों की समस्या बनी रही। घटिया डामरीकरण के कारण सड़क अब फिर से उखड़ने लगी है, जिससे लोगों को राहत नहीं मिल रही है।