CHHATTISGARH : छत्तीसगढ़ के रायपुर में मौसम विभाग के अनुसार 21 अक्टूबर को मानसून की विदाई पूरे राज्य से हो गई है। छत्तीसगढ़ में 17 जून को मानसून की शुरुवात हुयी थी। और इस बार बारिश की समयसीमा 131 दिन रही है।
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रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्राके अनुसार, प्रदेश में उत्तर से शुष्क हवाए आ रही है। जिसके नाम से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट बने रहने की संभावना है। जिसके कारन राज्य का मौसम सूखा रहने की ही संभावना है। इस बीच उत्तर अंडमान सागर, दक्षिण अंडमान सागर और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर एक निम्नदाब का क्षेत्र बना है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा भी 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर और 22 अक्टूर को अवदाब के रुप में परिवर्तित होने की संभावना है। देश के उत्तर-पश्चिम इलाकों से लौटता हुआ मानसून छत्तीसगढ़ से भी अलविदा कह गया हैं ।
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शुक्रवार को दोपहर बाद मानसूनी सिस्टम ने प्रदेश की दक्षिणी सीमा को पार किया हैं। इसी के साथ बरसात का मौसम के अंत होने की आधिकारिक तौर पर घोषणा हो गई है। पिछले 10 वर्षो में यह तीसरी बार है जब मानसून की वापसी 20 अक्टूबर के बाद हुई हो। दिवाली पर बरसात का विषय बना हुआ है। जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान सितरंग की वजह से प्रदेश के कई जिलों में बादलों की वापसी हो सकती है। संभावना है कि 23 अक्टूबर को यह अधिक प्रबल होकर गहरे अवदाब में बदल जाएगा।
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यहां से यह 23 अक्टूबर तक मुड़ते हुए पूर्व-मध्य और उससे लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर पहुंच जाएगा। इसके पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर 24 अक्टूबर को चक्रवात के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है और इस चक्रवात का नाम सितरंग रखा गया हैं।