MP Congress Politics : मध्यप्रदेश कांग्रेस बीते कई सालों से बीजेपी से मात खाती आ रही है। कांग्रेस की गुटबाजी के चलते 15 साल बाद सत्ता में आई सरकार को महज 5 महीने में ही सत्ता से हाथ धौना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस में सुधार नहीं देखा गया और 2023 का विधानसभा और 2024 का लोकसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस का कैंसर दूर नहीं हुआ। कांग्रेस में कैंसर होने की बात खुद जीतू पटवारी बीते दिनों अपने एक बयान में कह चुके है।
नए डॉक्टर की नियुक्ति, पुराने की छुट्टी
जीतू पटवारी ने खुद पार्टी मैं कैंसर होने की बात को स्वीकार किया था। और पार्टी के इस नए कैंसर को ठीक करने के लिए दिल्ली आलाकमान ने नए डॉक्टर की नियुक्ति कर पुराने डॉक्टर की छुट्टी कर दी है। अब नए चिकित्सक पार्टी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के गुटबाजी कैंसर को ठीक करने की कोशिश करते नजर आएंगे। पहले के डॉक्टर को पार्टी ने 13 मीहने में ही हटा दिया। नए डॉक्टर यानी प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी हरीश चौधरी और पुराने डॉक्टर यानी पूर्व प्रभारी भंवर चौधरी जितेंद्र सिंह। दोनों डॉक्टर राजस्थान से मध्यप्रदेश भेजे गए थे।
चौधरी खत्म करेंगे कैंसर?
कांग्रेस आलाकमान ने जब प्रदेश में भंवर सिंह को भेजा था तो, उम्मीदे थी की वे पार्टी के लिए कुछ करेंगे। हालांकि वे राजनीतिक मिजाज में सख्त थे, लेकिन भंवर सिंह के प्रदेश प्रभारी रहते हुए जीतू पटवारी का कैंसर वाला बयान शायद उन्हें ले डूबा और प्रदेश में नए डॉक्टर चौधरी जितेन्द्र सिंह की नियुक्ति कर दी। बता दें कि इससे पहले भी पार्टी आलाकमान ने जेपी अग्रवाल, रणजीत सुरजेवाला को मध्यप्रदेश भेजा था, लेकिन वे भी खाली हाथ लौट गए। अब पार्टी को हरीश चौधरी पर पार्टी के कैंसर खत्म करने की चुनौती है।
मीनाक्षी का प्रमोशन, यादव निराश
कांग्रेस आलाकमान ने इस बड़े फेरबदल में प्रदेश कांग्रेस नेता मीनाक्षी नटराजन का प्रमोशन किया है। प्रदेश कांग्रेस में नटराजन की प्रोफाइल लो मानी जाती है, लेकिन पार्टी ने नटराजन को तेलंगाना जैसे ऐसे राज्य का प्रभारी बनाया है जहां पहले से ही कांग्रेस की सरकार है। आलाकमान ने दिग्विजय, अरूण यादव जैसे बड़े नेताओं को छोट नटराजन का प्रभारी बनाकर सभी को चौंका दिया है। सबसे ज्यादा अरूण यादव को उम्मीदे थी की उन्हें राहुल की टीम में मौका मिलेगा, लेकिन जमीनी नेता को नजरअंदाज कर राज्य से एक महिला नेता को बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी।