MP Congress Politics : मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रदेश में अपनी जमीन को फिर से वापस लेने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विधानसभा चुनाव हारने के बाद पार्टी आलाकमान ने प्रदेश की जिम्मेदारी पटवारी के हाथों सौंपी। इसके बाद लोकसभा में मिली बुरी हार के बाद प्रदेश संगठन में लगातार बदलाव किया जा रहा है। इसी बीच हाल ही में पार्टी आलाकमान ने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी को भी बदल दिया।
कांग्रेस ने राजस्थान से कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी को मध्यप्रदेश कांग्रेस का प्रभारी बनाकर भेजा है। चौधरी को कमान मिलने के बाद वे भोपाल भी पहुंचे और पार्टी नेताओं की बैठक भी ली, लेकिन लगता है कांग्रेस के दो पूर्व सीएम को नए प्रभारी पसंद नहीं आए है। इसी लिए तो हरीश चौधरी की बैठक से दोनों गायब रहे। जो अब चर्चा का विषय बने हुए है।
गायब रहे दिग्गी-नाथ
नए प्रभारी ने भोपाल पहुंचकर पार्टी नेताओं से मुलाकात की और आगे की रूपरेखा पर चर्चा की, लेकिन नए प्रभारी हरीश चौधरी की बैठक से पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दूरी बनाते दिखाई दिए। दोनों नेता बैठक से गायब रहे। जबकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक के लिए दोनों नेताओं को सूचना दी गई थी। इसके बाद भी दोनों नेता बैठक में नहीं पहुंचे। दोनों का बैठक से गायब होना सियासी गलियारों चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है कि एक तरफ नए प्रभारी पार्टी को फिर से मजबूत बनाने की बात कर रहे है तो वही दूसरी ओर पार्टी के ही सिनियर नेता कन्नी काट रहे है।
कौन है हरीश चौधरी?
आपको बता दें कि हरीश चौधरी राजस्थान कांग्रेस के बड़े चेहरे माने जाते है। चौधरी इससे पहले पंजाब के प्रभारी रह चुके है। हरीश चौधरी बाड़मेर-जैसलमेर से सांसद भी रहे हैं। चौधरी वर्तमान में बायतु विधानसभा से विधायक है। उन्हें गांधी परिवार का करीबी भी माना जाता है। हरीश चौधरी एआईसीसी के राष्ट्रीय सचिव भी रहे है।