जगदलपुर। बस्तर में डीएमएफटी के राशि में लाये गए संशोधन को लेकर काग्रेस पार्टी ने बड़ा सवाल उठाते हुए विरोध जताया हैं। वंही इस मामले में कांकेर , बस्तर लोकसभा सांसद के अलावा मंत्री केदार कश्यप, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव व बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व अन्य नेताओं से सवाल किया है और कहा कि नई डीएमएफटी खनिज न्यास की राशि के खर्च पर नया नियम लाया गया हैं जो 25 किलोमीटर के दायरे में रहकर ही किया जाना है। जो बस्तर के साथ न्याय संगत नही है।
सुशील मौर्य, जिला अध्यक्ष कांग्रेस
डीएमएफटी की राशि को बाहर भेजने का लगाया आरोप
जिला कांग्रेस ने इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए भाजपा पर जोरदार हमला किया है और कहा कि अगर राशि एक ही जिला के अंदर 25 किलोमीटर के दायरे में किया जाएगा तो बची राशि वापस केंद्र सरकार के पास चला जायेगा और राज्य सरकार को भी यह राशि नही दी जाएगी. डीएमएफटी में लाये गए नए नियम से बस्तर के लोगो के साथ खिलवाड़ किया जाएगा और बस्तर में 1 हजार से भी अधिक डीएमएफटी की राशि को बाहर भेजने की तैयारी केंद्र की भाजपा सरकार कर रही हैं। डीएमएफटी कि राशि से बस्तर के 2 से 3 जिले में ही काम किया जाएगा और बाकी करोडो रुपये केंद्र सरकार अपने बड़े उद्योगपति मित्रों को भेजने का प्लान किया जा रहा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बस्तर के पैसा को बाहर खर्च करने की योजना केंद्र सरकार तय कर रही है वंही काँग्रेस पार्टी के नेताओ ने राज्य सरकार पर ग्रम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में प्रदेश की भाजपा सरकार और बस्तर के तमाम मंत्री और सांसद खामोश है। कोई भी इस पर कोई कुछ बोल नही रहा है जबकि पहले यह नियम नही था और डीएमएफटी की राशि से बस्तर संभाग के हर जिलो में क्षेत्र के विकास के लिए काम किये जाते रहे है लेकिन अब यह नए नियम आने से बस्तर किस विकास की रफ़्तार से आगे बढ़ेगा, यह सबसे बड़ा सवाल है।
यही सवाल भाजपा के नेताओ को अपने बड़े नेताओ से पूछने में डर सता रहा है। अगर डीएमएफटी के नए नीति में संशोधन केंद्र सरकार नही करती हैं तो आने वाले दिनों में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर पोस्टर अभियान चलाएगी और जरूरत पड़ी तो जनता के साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी व्यापक आंदोलन भी करेंगी।