भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में एक-एक युवा को उसकी योग्यता और दक्षता के अनुरूप रोजगार मिलेगा। मप्र में पिछले कुछ समय में 6 रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव आयोजित किए गए हैं, जिनमें 4 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आया है, और इनके माध्यम से 3 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मप्र में 24 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव आयोजित की जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं को तलाशते हुए, सभी विभाग अपनी नीतियां बना रहे हैं, जो शीघ्र ही तैयार हो जाएंगी।
प्रदेश में नव उद्यमिता (स्टार्ट्सअप) को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने स्टार्ट्सअप दिवस की सभी को बधाई दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरूवार को शहडोल में आयोजित रीजनल इनवेस्टर कान्क्लेव में बोल रहे थे। इस समिट में कुल 32,520 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। जबकि करीब 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक-एक युवा को उसकी योग्यता, दक्षता के अनुरूप रोजगार देने का संकल्प सरकार ने लिया हे। इस मौके पर 51 हेक्टेयर में विकसित होने वाले औद्योगिक पार्क गोहपारू का भूमि-पूजन हुआ। इसके साथ ही साथ 18 हजार करोड़ रुपए की लागत और 1600 मेगावाट क्षमता के थर्मल प्लांट के लिए भी अनुबंध हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान 102 इकाइयों को 401 एकड़ भूमि के आवंटन आदेश वितरित किए।
एक उद्यमी कई परिवारों का भला करता है: मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगपति हमारी सर्वे भवंतु सुखिनः की सनातन संस्कृति को चरितार्थ करते हैं। जिस प्रकार एक योद्धा युद्ध में देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर देता है, उसी प्रकार एक उद्यमी कई परिवारों का भला करता है। यदि हम सभी अपनी-अपनी भूमिका को ठीक ढंग से निभाएं तो सभी का कल्याण होगा और देश तरक्की करेगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि अपने लिए जिए तो क्या जिए, तू जी ए दिल जमाने के लिए....। उन्होंने कहा कि सरलता, सुगमता के साथ व्यापार व्यवसाय हमारी औद्योगिक नीति है। राज्य में उद्योगों के अनुकूल वातावरण है। हम उद्योगों को सहकार, सहयोग और सम्मान देते हैं।
मप्र में भी तेज गति से हो रहा विकास
सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में उद्यमशीलता के माध्यम से भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनाएंगे। 2014 में जब मोदी की सरकार बनी थी, भारत की अर्थव्यवस्था के समक्ष गंभीर चुनौतियां थीं। भारत विश्व की 11 वीं अर्थव्यवस्था था। हमने अपनी आंतरिक शक्तियों, अनंत संभावनाओं को पहचाना और आज हम आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। हमारा मप्र 9 करोड़ का परिवार है। आने वाले 5 वर्षों में हम जीडीपी को दोगुना करने वाले हैं।