Digvijay Singh : मेंडोरी के जंगल में एक कार से 15 करोड़ कैश और 55 किलो सोना बरामद किया गया है। इस नगदी और सोने का असली मालिक कौन है, इसे लेकर सवाल गहराते जा रहे हैं। इस छापेमारी के बाद मध्य प्रदेश का परिवहन विभाग सवालों के घेरे में है। इसी बीच अब मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आईटी को भाजपा के मंत्रियों और दलालों के घर छापेमारी करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रतलाम के जावरा में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भारत सिंह के निधन के बाद आयोजित शोक बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने भोपाल के जंगल में खड़ी कार में बड़ी मात्रा में मिले सोने और कैश को लेकर कहा कि, भाजपा के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्रियों और
दलालों के घर पर छापा डालो तो न जाने क्या-क्या मिलेगा।
सिंह ने आगे कहा कि पिछले 20 साल में भाजपा की सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है, भाजपा के कार्यकर्ता और दलाल कहा से कहा पहुंच गए। प्रदेश के सभी जिलों में यही स्थिति है। ईडी, सीबीआई कभी इन लोगों पर कार्रवाई नहीं करती। अगर भाजपा के लोगों पर कार्रवाई करे तो मालूम पड़ेगा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संसद में हुई धक्का-मुक्की को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी अपनी कारगुजारियों को छुपाने के लिए स्क्रिप्ट नौटंकी कर रही है। सांसद प्रियंका गांधी और इंडिया गठबंधन की अन्य महिला सांसदों को संसद द्वार पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा सांसदों ने प्रवेश करने से रोका।
भाजपा की नहीं माफियाओं की सरकार
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मोहन सरकार के एक साल में बढ़े भ्रष्टाचार, कर्ज और अपराधों को लेकर जमकर हमला किया था। मीडिया से चर्चा करते हुए पीसीसी चीफ ने कहा कि ये सरकार बीजेपी की नहीं माफियाओं की सरकार है, यही सच्चाई है। पर्ची की सरकार है। शिवराज जी ने झूठी सच्ची योजनाओं के दम पर चुनाव था। डॉ. मोहन यादव सीएम बने, अब पर्ची महंगी हो गई है। लगातार कर्ज तो लिया ही जा रहा है। साथ ही 10 हजार करोड़ की संपत्ति भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई। सरकार ने इसे महज 1100 करोड़ में बेच दिया।
भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा
पटवारी ने परिवहन विभाग में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। पार्टी मांग करती है कि मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच हो। पार्टी हाईकोर्ट में याचिका दायर करेगी। परिवहन विभाग के 20 साल के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए। पटवारी ने कहा कि धांधली का सोना मंत्रियों का है जो गाड़ियों में लावारिस मिलता है। हाल ही में भोपाल में 52 किलो और 11 करोड़ कैश मिला। कहा- प्रदेश में फिर से कहूंगा पर्ची बहुत महंगी है, सोने के थाली में सरकार खाना खा रही और किसान डंडे खा रहे है। भाजपा से संरक्षित नेताओं, अधिकारियों और छोटे से कर्मचारियों के यहां करोड़ों की बेनामी संपत्ति के मिलने के खुलासे हो रहे हैं, तो कहीं करोड़ों रूपये के सोने और चांदी पकड़े जाने की खबरे सामने आ रही है।