संदीप करिहार//बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से जबरदस्ती नमाज पढ़ाने का मामला सामने आया है। यहां के गुरु घासीदास सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने योगाभ्यास के नाम पर 155 हिंदू छात्रों को नमाज़ की प्रक्रिया दोहराने के लिए कहा गया। वहीं मामले को लेकर छात्रों के शिकायत के बाद पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से जवाब मांगा है। वहीं इस मामले में विवि प्रबंधन को 24 घंटे के अंदर जवाब देना होगा। जवाब से संतुष्ट न होने और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
नमाज़ अदा करने की प्रक्रिया को दोहराने का आरोप
जानकारी के मुताबिक, 30 मार्च को ईद-उल-फितर के दिन, कोटा स्थित शिवतराई में एनएसएस कैंप के दौरान योग सत्र रखा गया था। कुल 159 छात्र मौजूद थे, जिनमें से 4 छात्र मुस्लिम समुदाय से थे। शिकायत के अनुसार, कैंप कोऑर्डिनेटर ने मंच पर इन चार मुस्लिम छात्रों को बुलाया और नमाज़ अदा करने की प्रक्रिया को दोहराया। इसके बाद, अन्य छात्रों को भी वही प्रक्रिया दोहराने और उसे सीखने का निर्देश दिया गया। इस दौरान सभी छात्रों के मोबाइल फोन जमा कर लिए गए थे, जिससे किसी भी प्रकार का वीडियो या फोटो साक्ष्य उपलब्ध नहीं हो पाया है।
छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत
हालांकि, कुछ छात्रों ने मौखिक और लिखित रूप से इस घटना का विरोध किया है। कुछ छात्रों ने पहचान छिपाते हुए एक वीडियो भी जारी किया है। जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती साझा की है। फिलहाल, इस मामले की शिकायत बिलासपुर के कोनी थाने में दर्ज कराई गई है और जांच की जा रही है।

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने बताया गंभीर मामला
मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा- पहली बार सुना NSS कैंप में धार्मिक आयोजन हुआ। बिलासपुर का यह मामला बेहद गंभीर है। गैर मुसलमानों को नमाज पढ़ाया जाना जांच का विषय है। इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। BJP सरकार बनने से कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं हैं।