दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में कन्या भोज के लिए घर से निकली छह साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। आरोपी कोई और नहीं बल्की बच्ची का चाचा ही निकला। आरोपी ने घर की छत पर बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस को गुमराह करने और खुद को गिरफ्तार होने से बचाने के लिए शव को घर के बाहर खड़ी एक कार के अंदर रख दिया था। दुर्ग ASP सुखनंदन राठौर ने आज शाम इस पूरे मामले का खुलासा कर इसकी जानकारी मीडिया को दी।
जानिए क्या है पूरा मामला :
दरअसल, 6 साल की बच्ची रविवार 6 अप्रैल की सुबह 8ः30 बजे कन्या भोज के लिए पास में ही अपनी बुआ दादी के घर गई थी। सुबह 10 बजे तक वो दिखाई दी, फिर अचानक गायब हो गई। परिजनों ने देर शाम तक तलाश किया, लेकिन बच्ची नहीं मिली। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को खोजना शुरू किया। इसी दौरान मोहल्ले के किसी ने जानकारी दी कि बच्ची का शव एक कार के अंदर है। बच्ची के चेहरे, गले और पूरे शरीर पर चोट और जलाने के निशान थे।इधर, जैसे ही इस घटना की जानकारी मोहल्ले के लोगों को हुई तो उन्होंने बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताते हुये संदिग्ध के घर और कार में तोड़फोड कर आग लगा दिए। रातभर इलाके में तनाव रहा। पुलिस ने लोगों के गुस्से को देखते हुये पूरे इलाके को छावनी में तब्दील किया।
चाचा ही निकला दरिंदा:
लोगों में आक्रोश और शहर का माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने भी जांच में तेजी दिखाई। मामले में तीन संदेहियों को पकड़ा गया। इनमें मासूम का चाचा भी था। पुलिस को संदेह था कि अंतिम बार बच्ची इसी के साथ देखी थी। पुलिस ने संदेही चाचा से कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ज्यादा देर पुलिस को गुमराह नहीं कर पाया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि सुबह बच्ची उनके घर आई थी। इसी बीच घर पर कोई नहीं था। आरोपी ने बच्ची को अपने साथ घर की छत पर बने कमरे में ले गया और दुष्कर्म किया। पकड़े जाने के डर से बच्ची की हत्या कर उसके शव को आरोपी ने घर के बाहर खड़ी गाड़ी के अंदर रख दिया था।
आरोपी के विरूद्ध धारा 103(1), 64(2f), 65(2), 66, 238A बीएनएस, पाक्सो एक्ट की धारा 6 जोड़ कर आरोपी के विरूद्ध थाना मोहन नगर से अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।