शशि थरूर को समझना मुश्किल हो रहा है। कभी वे पीएम मोदी की तारीफ करते हैं, तो कभी आलोचना। कभी कांग्रेस से प्यार जताते हैं, तो कभी नाराजगी दिखाते हैं। ऐसा लगता है जैसे उनके मन में कुछ सियासी चालें चल रही हों। पीएम मोदी की तारीफ करने के बाद अब शशि थरूर ने राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया है। ये सब देखकर ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस और शशि थरूर के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा। कांग्रेस हाईकमान भी थरूर के साथ नरम रुख अपनाने के लिए तैयार नहीं है। थरूर के तेवर से ऐसा लग रहा है कि वे कुछ बड़ा करने वाले हैं। यह साफ है कि शशि थरूर और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे से नाराज हैं। इसी वजह से अब दोनों के बीच की तकरार सबके सामने आ गई है। नाराज शशि थरूर से बातचीत के बावजूद राहुल गांधी ने उनकी किसी भी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया।
दरअसल, 18 फरवरी को थरूर दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर अपना गुस्सा जाहिर किया। थरूर ने राहुल से सीधे सवाल किया, "कांग्रेस में मेरा क्या रोल है? मुझे क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है? मुझे संसद की अहम बहसों में बोलने का मौका क्यों नहीं मिलता?" उन्होंने कहा कि पार्टी में उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। थरूर ने राहुल से यह भी पूछा कि पार्टी में उनकी भूमिका के बारे में साफ-साफ बताएं। लेकिन राहुल गांधी ने थरूर की कोई शिकायत या सुझाव मानने से इनकार कर दिया।
जानिए थरूर ने ऐसा क्या कहा था जिससे कांग्रेस खफा ?
केरल के तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने पार्टी की आधिकारिक राय से अलग कई बयान दिए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा की तारीफ की थी और कहा था कि मोदी की राष्ट्रपति ट्रम्प से मुलाकात के कुछ अच्छे परिणाम भारतीयों के लिए फायदेमंद हैं, और वह इसे एक भारतीय के तौर पर सराहते हैं। इसके अलावा, थरूर ने केरल की एलडीएफ सरकार की औद्योगिक नीति की भी तारीफ की थी, जो कांग्रेस में असंतोष का कारण बनी। इन बयानों और लेखों के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) शशि थरूर से नाराज हो गई है।
कांग्रेस में मेरा क्या रोल, असमंजस में हूं...
पार्टी नेतृत्व से चल रही परेशानी के बीच शशि थरूर ने 18 फरवरी को दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात की। थरूर ने राहुल से कहा कि उन्हें संसद की अहम बहसों में बोलने का मौका नहीं मिलता और पार्टी में उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। थरूर ने पूछा, "कांग्रेस में मेरा क्या रोल है?" उन्होंने यह भी कहा कि वे पार्टी की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें वह जिम्मेदारी नहीं दी जा रही। थरूर ने यह भी पूछा कि क्या पार्टी चाहती है कि वे राज्य की राजनीति पर ध्यान दें। राहुल गांधी ने थरूर की शिकायतों का कोई खास जवाब नहीं दिया।
शशि थरूर की नाराजगी किसलिए ?
थरूर इस बातचीत से नाराज हैं क्योंकि राहुल गांधी ने उनकी किसी भी बात का कोई ठोस जवाब नहीं दिया। थरूर ने कांग्रेस की युवा शाखा की जिम्मेदारी लेने की इच्छा जताई थी, लेकिन राहुल गांधी ने इसे नहीं माना। इससे यह साफ हो रहा है कि पार्टी और थरूर के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अब यह देखना होगा कि थरूर पार्टी की बात मानेंगे या अपना रास्ता चुनेंगे। यह समय ही बताएगा। फिलहाल, दोनों ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के अंदरूनी लोग कह रहे हैं कि यह मामला जल्दी नहीं सुलझेगा।