बीजापुर। प्रदेश के बीजापुर जिले के कुटरू-बेदरे मार्ग पर अम्बेली में 6 जनवरी को हुए बारूदी विस्फोट में दंतेवाड़ा जिले के 8 डीआरजी के जवान शहीद हुए हैं। डीजीपी अशोक जुनेजा और बस्तर आईजी सुंदरराज पी बीजापुर मुआयना करने पहुंचे। जहां पर घटनास्थल पहुंच कर हालात का जायजा लिया, एंटी नक्सल आपरेशन में शामिल जवानों का मनोबल बढ़ाया है।
ब्लास्ट की बनाई थी योजना :
जानकारी के मुताबिक पिछले 24 साल में इन नक्सलियों ने हमले कर लगभग 1197 ब्लास्ट किए हैं। इस तरह के हमलों में नक्सलियों द्वारा अब तक कुल 1313 जवान शहीद हुए हैं। इसी कड़ी में प्रदेश के डीजीपी और अन्य अफसरों ने मंगलवार की सुबह घटनास्थल का मुआयना किया है। बतादें कि, नक्सलियों इस घटना को अंजाम देने के लिए 15 दिनों से ब्लास्ट की योजना बनाई थी।
इतनी दूरी से बनाया टारगेट :
नक्सलियों ने इस दौरान सूचना तंत्र भी पुख्ता किया था। उन्होंने कुटरू में जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगभग 50 किलो विस्फोटक से बड़ा धमाका किया है। जिसके लिए नक्सली सुबह से ही जवानों के काफिल इंतजार कर रहे थे। वहीं इस ब्लास्ट की घटना के पीछे बड़ी बात यह निकल कर सामने आई है कि, नक्सलियों ने पहली बार 250 मीटर की दूरी से जवानों को टारगेट किया था।