इंदौर : मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा केंद्र के बाहर बीते चार दिन से छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है। छात्र और छात्राएं अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे है। जिसके चलते एक छात्र अरविन्द भदौरिया की तबीयत अचानक से बिगड़ गई, तो वही कुछ छात्र बेहोश हो गए। बावजूद इसके आयोग के अधिकारी मांगों को लेकर कोई भी संतोष जनक जवाब नहीं दे रहे है। तो वही छात्र भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए है। छात्रों का कहना है कि उन्हें धरने के दौरान बुनियादी सुविधाओं के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है, जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं। तो वही युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र दर्शन सिंह प्रदर्शन कर्मियों से मिलने के लिए पहुंचे। छात्रों की आवाज सरकार तक पहुंचाने का भी आश्वासन दिया।
आयोग ने मांगों को लेकर कही ये बात
बीते चार दिन से चल रहे इस प्रदर्शन को खत्म करने के लिए कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाइश दी। लेकिन छात्रों का कहना है कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा। तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्र दो बार आयोग से अपनी मांगों पर चर्चा कर चुके हैं, लेकिन वह चर्चा बेनतीजा रही है। छात्र अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करेगा। हालांकि आयोग का छात्रों को कहना है कि उनके द्वारा की जा रही मांगों में अधिकांश राज्य शासन और कोर्ट के अधीन लंबित है. इन पर आयोग द्वारा फैसला नहीं लिया जा सकता है।
क्या है छात्रों की मांग?
- 87/13 फार्मूला समाप्त होना चाहिए और परिणाम 100% पारदर्शिता के साथ जारी किए जाने चाहिए
- एमपीपीएससी 2025 हेतु राज्य सेवा में 700 तथा वन सेवा में 100 पदों के लिए अधिसूचना जारी की जाए
- 2019 मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाई की जाएं, और मार्कशीट जारी की जाएं
- राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 के परिणाम घोषित किए जाएं। मुख्य परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन सीजीपीएससी के समान ही किया जाए
- यूपीएससी की तरह प्रारंभिक परीक्षा में कोई गलत प्रश्न नहीं पूछा जाना चाहिए। नेगेटिव मार्किंग शुरू की जानी चाहिए।
- साक्षात्कार के अंक कम किए जाने चाहिए। साक्षात्कार के दौरान, उम्मीदवारों के नाम, श्रेणी या उपनाम का खुलासा नहीं किया जाना चाहिए
- इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य एमपीपीएससी उम्मीदवारों को वांछित सुधार लाने के लिए विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना भी है।
क्या है 87/13 का फॉर्मूला?
-
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा भर्ती प्रक्रिया में 87/13 का फॉर्मूला नियुक्ति के लिए अपनाया जाने वाला एक फॉर्मूला है। इसके तहत 87% पदों पर भर्ती सामान्य होगा। इनमें से 16% पद एससी, 20% पद एसटी, 14% पद ओबीसी, और बाकी 37% पद अनारक्षित वर्ग के लिए होंगे। शेष 13% पदों पर इतने ही अनारक्षित और इतने ही ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवार चुने जाएंगे।