बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित तिफरा में मंडपम के आसपास अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम का दस्ता पहुंचा था। अतिक्रमण हटाने के दौरान, जब दस्ते ने जायसवाल कालोनी द्वारा घेरकर लगाए गए बांस बल्ली को हटाना शुरू किया, तो कांग्रेस नेता शैलेंद्र जायसवाल वहां पहुंचे और इसका विरोध करने लगे।
उनका कहना था कि यह शासकीय भूमि नहीं है और न ही यह आम रास्ता है, बल्कि जिस जमीन पर बांस बल्ली लगाए गए हैं, वह उनकी निजी संपत्ति है। इसी बीच, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला भी मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई, जो गाली-गलौच तक बढ़ गई। निगम के कर्मचारियों ने बीच-बचाव किया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
दोनों कांग्रेसी नेताओं के आपस में भिड़ने के बाद स्थानीय निवासियों और निगम कर्मियों के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया के दौरान अचानक तनाव बढ़ गया, जिससे स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। इस दौरान, शैलेन्द्र जायसवाल और राजेन्द्र शुक्ला के बीच का निजी विवाद मामले को और जटिल बना दिया। दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चला।
प्रशासन द्वारा इस अतिक्रमण को हटाने के लिए पहले ही नोटिस जारी किया गया था, लेकिन स्थानीय निवासियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, जिसके कारण यह कार्यवाही करना जरूरी हो गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को भी मौके पर बुलाना पड़ा। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया और दोनों पक्षों को शांत किया।
रायपुर रोड स्थित मंडपम शादी भवन के पास कांग्रेस नेता शैलेन्द्र जायसवाल द्वारा जायसवाल कॉलोनी का निर्माण कराया जा रहा है। आरोप है कि कॉलोनी के संचालक ने अवैध रूप से बांस बल्ली लगाकर सड़क पर कब्जा कर लिया है।