MP Assembly Winter Session: मध्यप्रदेश विधानसभा में शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है। सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सदन में प्रदेश में खाद संकट का मुद्दा उठाया है। इसके लिए कई मुद्दों पर सरकार को घेरा है। उमंग सिंघार सरकार से लगातार सवाल पर सवाल कर रहे है। इसी बीच उमंग सिंघार ने सरकार के सामने एक अलग ही प्रस्ताव रख दिया।
सदन में बरसे सिंघार
सदन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश के विकास के लिए कांग्रेस विधायकों की सैलरी वापस ले ने का प्रस्ताव रखा है। सिंघार ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस विधायकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है, इसलिए हमारे विधायक सैलरी वापस करेंगे।
प्रदेश के विकास में खर्च हो पैसा
सदन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा है कि कांग्रेस विधायकों की सैलरी वापस ली जाए और सैलरी का पैसा प्रदेश के विकास में खर्च किया जाए। सिंघार ने कहा है कि जनता के विकास के लिए कांग्रेस विधायकों के पास पैसा नही हैं, हमारे साथ भेदभाव हो रहा है। हमारे क्षेत्रों में विकास कार्य नहीं हो पा रहे है। इसलिए हम सभी कांग्रेस विधायकों ने तय किया है कि हम अपनी सैलरी नहीं लेंगे। हमारी सैलरी को प्रदेश के विकास में खर्च किया जाए।
टोंटी लेकर विधानसभा पहुंचे विधायक
शीतकालीन सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायक टोंटी लेकर विधानसभा पहुंचे। विधायक सचिन यादव ने प्रदेश सरकार पर जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। सदन की कार्रवाई के दौरान हंगामे के बाद विधानसभा को 10 मिनट के लिए स्थिगित कर दिया गया। जल जीवन मिशन को लेकर उमंग सिंघार ने कहा की प्रदेश की भाजपा सरकार ने कहा था की प्रदेश के हर घर तक पेयजल पहुचाएंगे, लेकिन नलों में हवा के अलावा कुछ नहीं है। योजना में करोड़ों का घोटाला किया गया है। जल जीवन मिशन में 40 फीसदी कमीशन का खेल चल रहा है।