रिपोर्टर - जीवानंद हलधर
जगदलपुर। नगरीय निकाय चुनाव के पहले काग्रेसी वर्तमान सरकार को घेरने में लगी हुई हैं और भूपेश बघेल के पूर्व सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट आत्मानंद स्कूल को लेकर अब सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. इस मामले को लेकर कांग्रेस संगठन ने बड़ा सवाल किया है और आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने आत्मानंद स्कूल में फंड देना बंद कर दिया है जिसके चलते अब स्कूल उधार में चल रहे हैं।
स्कूलों के लिए फंड रोकने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि चाक डस्टर के लिए फंड नही है और सत्र शुरू होने के 5 माह बीत जाने के बाद भी फंड जारी नही हुआ है। जिले के 62 औऱ संभाग के 256 स्कूलों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और डीएमएफटी फंड को रोका जा रहा है। पूर्व सरकार के खोले गए स्कूलों को बंद कर निजी स्कूलों को फायदा पहुंचाने में लगी हुई है साथ ही कहा कि फंड नही होने से अब शिक्षको को भी वेतन देने में रुकावट आ रही हैं और सरकार मदमस्त होकर गरीबो के साथ मजाक कर रही है.
घड़ियाली आंसू बहा रही कांग्रेस - बीजेपी
कांग्रेस संगठन के सवाल पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने भी पलटवार किया है और कहा कि बस्तर में किसी भी स्कूल को बंद नही किया गया और फंड की कमी भी नही है. कांग्रेस हार की वजह से घड़ियाली आंसू बहा रही है जबकि कांग्रेस ने 5 साल पूरे प्रदेश में कुछ काम भी नही किया अब हार को पचा नही पा रही है इसलिये स्कूल के माध्यम से अपना वर्चस्व दिखा रही है. जनता को मालूम है कि कौन क्या काम किया है।
सुशील मौर्य, अध्यक्ष शहर जिला काँग्रेस कमेटी जगदलपुर
संजय पांडे, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता