भोपाल : महाकुंभ को लेकर सीएम ममता बनर्जी के दिए विवादित बयान से देश में सियासत गरमा गई है। अलग अलग पार्टी के नेता ममता बनर्जी के बयान पर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे है। इसी कड़ी में सीएम मोहन ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें माफ़ी मांगने की बात कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महाकुंभ को लेकर बेहद घटिया भाषा का इस्तेमाल किया है। यही वजह है कि लोगों को उनके जैसे संगठनों पर से विश्वास उठ रहा है।
दुखद घटनाओं पर टिप्पणी करना हिंदू धर्म का अपमान
सीएम मोहन ने कहा कि महाकुंभ आस्था, श्रद्धा और विश्वास का कुंभ होता है, ऐसे में दुखद घटनाओं पर इस तरह की टिप्पणी करना हिंदू धर्म का अपमान है और उनकी मानसिकता को दर्शाता है। सीएम डॉ मोहन ने आगे कहा कि ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर बेहद घटिया भाषा का इस्तेमाल किया है। यही कारण है कि लोगों का उनके जैसे संगठनों पर से विश्वास उठ रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।
गरीबों के लिए ‘महाकुंभ में कोई खास इंतजाम नहीं
आपको बता दें कि सीएम ममता बनर्जी ने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर विवादस्पद टिप्पणी की थी। पश्चिम बंगाल विधानसभा में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि ‘महाकुंभ अब ‘मृत्यु कुंभ’ (Mrityu Kumbh) में बदल गया है। ममता ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए हालिया भगदड़ का हवाला दिया और कहा था कि VIPs को खास सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन गरीबों को इससे वंचित रखा जा रहा है। बता दें कि महाकुंभ में भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई। तो वही ट्रेनों की स्थिति भी बेहद ख़राब है। लोगों की सफर में मौत हो रही है। 26 फरवरी को महाकुंभ का अंत होने जा रहा है। ऐसे में स्थिति ज्यादा खराब होने की संभावना जताई जा रही है।