Clash between Neta and Thshildar : छत्तीसगढ़ के रायपुर में रसोइया संघ के आंदोलन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेता गौरी शंकर श्रीवास और तहसीलदार के बीच कहा-सुनी हो गयी है। जिसके बाद बीजेपी नेता ने सरकारी आदेश की कॉपी को फाड़कर फेंक दिया है और कहा है की धरना करना हमारा मौलिक अधिकार है। रसोइया संघ की महिलाये नया रायपुर में तुता मे प्रदर्शन कर रही है।
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जिन्हें धरना ख़त्म करके हटाए जाने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे हुए थे। तभी भारतीय जनता पार्टी के नेता भी धरनास्थल पर मौजूद थे। और उन्होंने अधिकारियों की करवाई का विरोध किया है। अधिकारियों ने अपने कारवाई के चलते प्रदर्शन कर रही महिलाओं को प्रदर्शन खत्म करने का निर्देश दिया गया था जिस पर महिलाओं में मदद मांगते हुए एक विडियो जारी किया था। इसी विडियो के चलते गौरी शंकर श्रीवास मौके पर मोजूद हुए थे तब उन्होने अधिकारियों की करवाई का विरोध करते हुए उसे असंवैधानिक बताया है। और उन्होंने आगे बताया है की प्रशासन रसोइया संघ की प्रांत अध्यक्ष नीलू ओगरे को विरोध ख़त्म करने के लिए परेशान कर रहा है जो धरने पर बैठीं हैं। हाल ही में उनके साथ पुलिस ने गिरफ्तारी के नाम पर अभद्र व्यवहार किया। अनुमति होने के बाद भी अब धरना देने से रोका जा रहा है।
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नीलू ओगरे ने इस पर कहा कि हम हटने वाले नहीं हैं। अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। जिसके चलते नेता गौरी शंकर श्रीवास और तहसीलदार के बीच झड़प हुई है बीजेपी नेता ने सरकारी आदेश की कॉपी को फाड़कर कहा, आप लोग पुलिस लेकर आए हैं, हम लोगों की हत्या कर दीजिए, जेल ले जाइए। बाबा अंबेडकर ने धरना-प्रदर्शन करने का हमें मौलिक अधिकार दिया है।
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